खगड़िया: जिले के बेलदौर प्रखंड स्थित पचाठ गांव में मुनि टोला के पास कोसी नदी में स्नान करने गए चार युवक जब गहरे पानी में फस कर डूबने लगे तो मुनि टोला के रामचंद्र मुनि और रुदल मुनि ने बिना देर किए नदी में छलांग लगा कर चार युवक में से तीन युवक को बचा लिया। हलांकि रामचंद्र और रुदल ने चौथे लापता हुए युवक को भी खोजने का प्रयास किया लेकिन खोजने में असफल रहे। रामचंद्र और रुदल के इस साहसिक कार्य की आसपास के इलाके में लोग काफी सराहना करते हैं। इधर युवा शक्ति के जिलाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने बलैठा गाँव के मुनि टोला पहुंच कर रामचंद्र मुनि और रुदल मुनि को अंग वस्त्र , मिठाई एवं नगद राशि देकर उन्हें प्रोत्साहित करते हुए कहा कि रामचंद्र-रुदल से वैसे लोगों को सीख लेने की जरुरत है जो किसी भी प्रकार की आपदा-विपदा में पीड़ितों की जान बचाने के बजाय तमाशा बनाते है। फोटो और वीडियो बनाते हैं। रुदल मुनि और रामचंद्र मुनि ने यह साबित कर दिया कि आत्मबल और साहस के आगे बड़ी से बड़ी विपदा का सामना करना संभव है।
श्री सिंह ने कहा जिला प्रशासन के संवेदनहीन रवैया के कारण गाँव घर के बगल में लोग मिट्टी काटकर बेचते रहता है। इसी कारण जिले के विभिन्न हिस्सों में इस तरह की घटना घटित हो रही है। बार-बार लोगों के द्वारा प्रशासन को सूचना दिया जाता है कि बिना मापदंड के मिट्टी काटा जा रहा है जो काफी घातक साबित हो सकता है। लेकिन स्थानीय प्रशासन का रवैया इतना खराब रहता है कि सूचक को हीं कानून की किताब पढ़ाकर कुकर्म पर पर्दा डाल दिया जाता है। जिसके कारण गाँव घर के छोटे छोटे गड्ढों में लोगों को डूबने से मौत हो रहा है। इन्होंने कहा कि जिला प्रशासन आपदा के तहत अनुदान राशि देकर अपना पिंड छुड़ाने का भूल न करें बल्कि चिन्हित कर जहां भी अवैध रुप से मापदंड को ताक पर रखकर मिट्टी काटने वालें के खिलाफ कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। जिला प्रशासन आपदा की राशि देकर अपनी पीठ थपथपाते रहती है, मौके पर जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश सचिव सुमित कुमार जवाहर प्रसाद सिंह सत्येंद्र प्रसाद सिंह विजेंद्र मुनि चीना मुनि बबलू सहनी उपस्थित थे।