PATNA: पाटलिपुत्र सोसाइटी के जमीन पर जबरन दावा किया जा रहा है। पाटलिपुत्र सोसाइटी के पार्कों को अतिक्रमण किया जा चुका है और सोसाइटी जब अपने कार्य में जमीन और हल्दी राम के पार्क का उपयोग करने गई तो मैनपुरा और कुर्जी के लोगों ने दावेदारी कर दी और वहां तोड़ फोड़ की।
मालूम हो कि 1954 से 1956 के बीच सरकार ने किसानों से अधिग्रहण कर सोसाइटी को जमीन आवंटित किया था। सोसाइटी ने अधिग्रहित जमीन का पैसा सरकार को दे दिया गया। सोसाइटी की ये निजी संपति है। नगर निगम की बुरी नजर इस सोसाइटी पर बरसों से है। करोड़ों रूपये की संपति पर नजर नगर निगम के साथ बाहरी असमाजिक तत्वों का भी है।
खास बात यह है कि इस बात को लेकर सोसाइटी स्थानीय थाना, पटना एसएसपी, आईजी , डीएम सभी जगह शिकायत करते थक गई है। मगर किसी का सहयोग प्राप्त नहीं होता है। सवाल ये है की आजादी के बाद प्रथम बने इस प्रतिष्ठित पाटलिपुत्र सोसाइटी को क्या मृतप्राय कर खत्म कर दिया जाएगा? अहम सवाल यह भी है कि सोसाइटी की तरफ से सरकार और प्रशासनिक स्तर पर सूचना एवं शिकायत देने के बाद भी अबतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। जिसे देखकर दबंगों के साथ साथ असमाजिक तत्वों का मन बढ़ गया है।
पटना से विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट