पटना : बिहार की राजनीतिक परिदृश्य में इन दिनों तेजी से बदलाव हो रहे हैं. खासकर एनडीए घटक दल जदयू में इन दिनों बदलाव की हवा है. बीते दिनों बसपा के इकलौते विधायक जमा खां का पार्टी में शामिल होना, ओवैसी की पार्टी के पांचों विधायक का सीएम नीतीश से मुलाकात करना और फिर कल पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा का मुख्यमंत्री से मिलना. इन मुलाकातों के बाद कयासों का दौर जारी है.
क्या जदयू में आरएलएसपी का होगा विलय ?
खासकर आरएलएसपी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के सीएम नीतीश से मिलने के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि कुशवाहा ने सीएम नीतीश के साथ आने का मन बना लिया है. वहीं, सूबे की सियासी गलियारों में तो चर्चा इस बात की भी है कि कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी का जदयू में विलय हो सकता है. इधर, इस संबंध में जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह द्वारा दिए गए बयान के बाद इस बात की चर्चा और जोर पकड़ने लगी है.
जदयू पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कही ये बात
दरअसल, कुशवाहा और सीएम नीतीश की मुलाकात को लेकर जब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू परिवार के सदस्य हैं. ऐसा में यह मिलना स्वाभाविक मिलना था. हम लोग काफी समय तक अलग भी रहे हैं, लेकिन हमारे विचार एक हैं. ऐसे में यदि वह जदयू में आना चाहते हैं, तो यह स्वाभाविक है. मुझे लगता है कि जल्द ही वह जदयू में शामिल हो सकते हैं. कुछ चीजों में समय लगता है. लेकिन थोड़ा इंतजार कीजिये, जल्द अच्छी सूचना मिलेगी.
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जदयू का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. 122 विधानसभा सीटों पर लड़ने के बावजूद पार्टी 43 सीटों पर सिमट गई थी. ऐसे में पार्टी को मजबूत करने के लिए जदयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह और सीएम नीतीश इनदिनों हर संभव प्रयास कर रहे हैं.