रांची ब्यूरो
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि कोरोना के साथ चलने की अब हमें आदत डालनी होगी, क्योंकि इसकी समाप्ति की कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं है कि, इस निश्चित तिथि को देश-दुनिया से कोरोना चला जाएगा। अगर ऐसा होता है, तो सभी के लिए इंतजार कर लेना जरूर संभव होता। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना वायरस तो अभी आया है, कैंसर से लोगों को हम अभी भी नहीं बचा पा रहे हैं। शुगर का कोई टीका अब तक नहीं बन पाया है, तो कोरोना का टीका इतनी जल्दी कैसे बन पाएगा यह जरुर सोचने वाली बात है। उन्होंने कहा कि जैसे शुगर से बचने के लिए चीनी नहीं खाना है, वाकिंग करना है, अन्य बीमारियां होने पर कई एहतियात बरतने है। उसी तरह से अब हम सब लोगों को यह मालूम हो चुका है कि हमें दूसरे के कांटेक्ट में नहीं आना है। अपने हाथों को धोये बिना आंख, नाक-मुंह को नहीं छूना है। मास्क लगाना है, भीड़ से बचना है। इन सावधानियों को जीवन का नियमित हिस्सा मानकर हमें आगे बढ़ना होगा। काम करना होगा। जॉब देना होगा, इकोनॉमी को गतिमान करना होगा। कोरोना वायरस खत्म होने के इंतजार में हम जन जीवन रूक कर नहीं रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जापान में अक्सर तीव्र भूकंप का आना लगा रहता है, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पैमाने पर पांच तक या उससे अधिक रहती है, लेकिन वहां भूकंप की कोई खबर नहीं बनती। लोगों ने इसके साथ जीने की आदत डाल ली है, लेकिन जब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में भूकंप आती है और रिक्टर स्केल पैमाने पर इसकी तीव्रता तीन भी रहती है, तो सनसनी फैल जाती है। जापान में काफी हल्के घर होते है, जिसके गिरने से भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंच पाता है, तो हमें भी अब डर-भय त्याग कर सावधानी अपनाकर रोजी रोटी के लिए काम करना होगा। सभी अन्य बीमारियों के साथ बस कोरोना का भी ध्यान रखना होगा। हमें यह मानकर चलना होगा कि डेंगू, मलेरिया, कैंसर, शूगर एवं अन्य कई बिमारियों की तरह कोरोना भी एक बीमारी है और इसके साथ हमें जीना पड़ेगा।