पटना: बिहार में सियासी उथल-पुथल के बीच शनिवार का दिन खासा अहम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए में शामिल होने की अटकलें काफी मजबूत हो गई हैं। इस बीच उन्होंने रविवार को सीएम आवास पर जेडीयू के सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। उधर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी खेमेबंदी में जुट गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरजेडी ने आज दोपहर एक बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है, वहीं बीजेपी भी शाम 4 बजे पार्टी विधायकों के साथ बैठक करने वाली है।
पूर्णिया में कोंग्रेस दल की बैठक में नहीं पहुचे 9 विधायक
बिहार की राजनीति में अब एक नया ट्विस्ट आ गया। सभी दल लगातार बैठक कर रही है और इस बिच पूर्णिया में कांग्रेस अपने दल कि बैठक बुलाई जिसमे सभी 19 विधायक को सामिल होना था, लेकिन 19 विधायक में से मात्र 10 विधायक ही बैठक में पहुचें 9 विधायक पूर्णिया नहीं पहुंचे और इन विधायकों ने अपना फोन भी बंद कर रखा है। कुछ रिपोर्ट में दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि सिर्फ 5-6 विधायक ही पहुंचे। सूत्रों के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के सभी 19 विधायक जदयू के संपर्क में हैं।
सूत्रों: बीजेपी और जेडीयू के संपर्क में हैं कांग्रेस के कई विधायक
वर्ष 2018 में विधायकों को जदयू में लाने का जो खेला अशोक चौधरी ने खेला था। एक बार फिर अशोक चौधरी राज्य के सीएम नीतीश कुमार को मजबूत करने के लिए कांग्रेस के विधायकों को जदयू की सदस्यता दिलाने जा रहे हैं। ये राहुल गांधी के लिए बहुत बड़ा सेटबैक होगा। जदयू के विधायक गोपाल मंडल ने जो संभावना व्यक्त की थी, वो एक हद तक कारगर होते दिख रहे हैं। और अब कोंग्रेस दल की बैठक में विधायको का नहीं पहुचना और कांग्रेस के 13 विधायकों का मोबाइल फोन नॉट रिचेबल आना यह इतेफाक नहीं यह एक अलग ही इशारा होता दिख रहा है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी और जेडीयू के संपर्क में हैं, यह कही न कही एक बड़ा संकेत होता दिख रहा है।