PATNA: बिहार में भागलपुर से खगड़िया को जोड़ने के लिए बन रहे सुल्तानगंज-अगुवानी पुल के गिर जाने के बाद से सियासत तेज है। बीजेपी के नेता बिहार के सीएम नीतीश कुमार से लगातार इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बीजेपी की तरफ से लगातार पुल मामले की सीबीआई जांच की मांग हो रही है। शनिवार को नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार अगुवानी पुल हादसे की जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। उन्होंने डिप्टी तेजस्वी यादव से पूछा है कि सदन में घोटालों की बात कर आवाज बुलंद करने वाले तेजस्वी इस घोटाले पर चुप क्यों हैं।
विजय सिन्हा ने कहा है कि सरकार पूरे मामले की लीपापोती के खेल में लग गई है। बिहार में जिन जिन विभागों में गड़बड़ियां सामने आती हैं, उन विभागों की फाइलों में आग लग जाती है। उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि जल्द ही सूचना मिलेगी पथ निर्माण विभाग के कार्यालय में आग लगी और फाइलें जल गई। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह पुल निर्माण कार्य में लगे इंजीनियरों और अधिकारियों की सूची सरकार सार्वजनिक करे और उनकी संपत्ति की भी जांच कराई जाए।
विजय सिन्हा ने कहा कि सीबीआई या हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच कराने के बाद सारा दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा लुटने के लिए विभाग की तरफ से इस तरह की व्यवस्था पहले से ही बना दी जाती है। नीतीश कुमार के तकनीकी घोटाला के कारण यह घोटाला हुआ है, इसकी जांच होनी चाहिए। सिर्फ पथ निर्माण विभाग में ही नहीं बल्कि निर्माण कार्य से जुड़े जो भी विभाग हैं उनमें इसी तरह का खेल चल रहा है। विजय सिन्हा ने कहा कि जैसे पहले हुए घोटालों की फाइलें जला दी गईं उसी तरह से पथ निर्माण विभाग में भी फाइलें जला दी जाएंगी।
पटना से विशाल भरद्वाज की रिपोर्ट