रांची : झारखंड की राजधानी रांची के Emerald होटल की मालकिन के सैंया के आगे पीछे तो दर्जनों कोतवाल चलते हैं. ये हम नहीं यह खबर कह रही है. होटल की मालकिन यानी की राज्य सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम की पत्नी कह रहीं हैं. लिहाजा रांची नगर निगम के नोटिस से कोई मतलब नहीं है. मालकिन के सैंया जब खुद ही सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखने वाले मंत्री हो तो बेचारे रांची नगर निगम के सीओ की औकात ही क्या है. नोटिस भेज कर रस्म अदायगी जरूर कर दी.
अबतक तो आप पूरी कहानी समझ गए होंगे. अवैध निर्माण को लेकर झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजधानी रांची के हिनू चौक स्थित राज्य सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम की पत्नी के नाम खरीदी गई Emerald होटल को तोड़े जाना था. दो दिनों की मोहलत भी दी गई थी. ढाई करोड़ का जुर्माना भी ठोका गया था. लेकिन रांची
नगर निगम के हाथ कुछ नहीं लगा. ना जुर्माने की राशि मिली ना ही होटल टूट सका. राज्य सरकार के इस भारी-भरकम मंत्री के आगे निगम प्रशासन नतमस्तक नजर आया. हाईकोर्ट के आदेश की भी धज्जियां उड़ गई. अवैध निर्माण के सवाल पर गरीबों के आशियाने पर बेधड़क बुलडोजर चलाने वाली रांची नगर निगम के हाथ-पांव मंत्री आलमगीर आलम के इस आलीशान होटल पर बुलडोजर चलाने से पहले कांपने लगे. फिलहाल रांची नगर निगम के सीओ साहब नजरें छुपाएं फिर रहे हैं.
गौरी रानी की रिपोर्ट