PATNA CITY: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। शराब पीना, शराब लाना, तस्करी करना सब कानून के दायरे में है। बाबजदू इसके पीने वालों तक शराब इतनी आसानी से पहुंच जाती है। जिसका पता तब चलता है जब पीने के बाद इंसान दम तोड़ देता है।
ताजा मामला पटना सिटी का है। जहां नकली शराब पीने से तीन की मौत हो गई है। जबकि एक वयक्ति का इलाज एनएमसीएच में चल रहा है। हादसे के बाद परिजनों के बीच कोहराम मचा है । परिजनों का आरोप है कि नकली शराब पीने से मौत हुई है। जबकि पुलिस पूरे मामले की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंताजार कर रही है।
पटना सिटी के आलंगज थाना क्षेत्र के बिस्कोमान कॉलनी में हुए इस हादसे के बाद प्रशासन पर शराब तस्करी का आरोप लगा रही है। जिसके कारण आसानी से होम डिलवरी शराब मुहैय्या कराई जाती है। सवाल यह है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाबजूद भी कारोबारी शराब की बिक्री धड़ल्ले से कर कैसे रहे हैं।
हादसे में हुई मौत में एक का नाम अखिलेश बताया जा रहा है वहीं दूसरे का नाम विवेक है। दोनों एक ही थाना क्षेत्र व एक ही इलाके के निवासी बताए जा रहे हैं। थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि दो लोगों की मौत और एक इलाजरत की बात प्रकाश में आई हैं। इस संबंध में परिजनों ने आरोप लगाया हैं कि शराब पीने से इनकी मृत्यु हुई है। जिसके बाद पुलिस दोनों की शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। साथ ही पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी जाँच कर रही है।
आपको यह भी बताना जरूरी है कि हाल के दिनों में बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब से मौत के आंकड़े सामने आए हैं। जिसमें मोतीहारी की घटना और छपरा की घटना ने सरकार को हिला कर रख दिया था। ऐसे मेें विपक्ष लगातार सरकार से शराबबंदी कानून को लेकर सवाल उठाती रही है।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट