PATNA : वाराणसी में बिहार वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव के कमरे की तलाशी हुई है। जिसका वीडियो सामने आया है। बताया जा रहा है कि होटल के जीएम और बीजेपी के लोगो एवं मीडिया के कुछ बड़े संस्थानों द्वारा ये साजिश रची गई। होटल का सीसीटीवी फुटेज भी अभी तक जारी नही किया गया .वहीं इस पुरे मामले को लेकर तेज प्रताप यादव कहना है कि पुलिस प्रशासन बीजेपी के इशारों पर काम कर रही है।
इतना ही नहीं बिहार वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव का कहना है कि ऑनलाइन बुकिंग बिना पेमेंट के नही होता है और सुरक्षा कारणों से यूपी पुलिस के सामने ही मंत्री ने 7 अप्रैल रात 11 बजे कमरा छोड़ दिया था। जिसके बाद होटल आर्केडिया पर एफआईआर दर्ज की गई। जिसे बचाने में पुलिस प्रशासन और बीजेपी के तमाम बड़े नेता लग गए। वहीं कमरा छोड़े जाने के बावजूद होटल प्रबंधन द्वारा झूठी खबर दी जा रही कि कमरा अभी तक बंद है।
आपको बता दें कि वाराणसी मामले में कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहा है। जिसमें गलती करने के बाद होटल का जीएम माफी मांगते हुए तेज प्रताप यादव के कदमों में गिरा नजर आ रहा है। अब सवाल ये उठता है कि तेज प्रताप के होटल पहुंचते ही देर रात 5 मिनट में मीडिया कैसे पहुँच गई और जब होटल प्रबंधन ने साजिश नही की तो फिर पैरों पर क्यों गिर माफी क्यों मांगी जा रही है।
फिलहाल इस पूरे प्रकऱण पर जांच का सिलसिला दोनों पक्षों की तरफ से जारी है। बिहार वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव होटल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रहे है, वहीं होटल प्रबंधन की तरफ से बिहार वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव के उपर पलटवार किया जा रहा है। देखना होगा कि जांच कि रिपोर्ट क्या आती है।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट