बेगूसराय में लॉकडाउन का उल्लंघन करना एक युवक को उस वक्त मंहगा पड़ गया। जब वह गेहूं की के फसल की कटनी कर दोपहर एक बजे घर लौट रहा था। उसी दौरान युवक की पुलिस के हाथों जमकर पिटाई हुई। उस अंधाधुंध पिटाई के दौरान युवक के आंख पर गंभीर चोंटे आई। जिसके फलस्वरूप उसके आंख की रौशनी गायब होने की बातें परिजनों द्वारा बताई जा रही है। मामला चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के खांजहांपुर गांव का बताया जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार उक्त घटना वार्ड नंबर-07 निवासी उपेन्द्र साह के पुत्र नीरज कुमार साह के साथ घटी है।

पीड़ित के अनुसार 08 अप्रैल को नीरज अपने खेत से गेहूं के फसल की कटनी कर घर लौट रहा था। इस दौरान एक चाय की दुकान पर लिट्टी खरीदने के लिए रूक गया। तभी चेरिया बरियारपुर थाने की पुलिस की गाड़ी आकर रूकी। तथा गाड़ी से उतरे पुलिस के जवानों ने दुकान के बाहर खड़े युवक पर जमकर लाठियां भांजनी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस की लाठी नीरज के आंख पर लगी जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। तत्पश्चात उपचार के लिए नीरज डॉक्टरों के चक्कर लगाए। परंतु लॉकडाउन की वजह से समय पर इलाज नहीं हो पाया। किसी तरह दर्द की दवा खाकर रात बिताया।

तथा अगले दिन 09 अप्रैल को इलाज के लिए बेगूसराय डॉक्टर योगेश राय के यहां पहुंचा। जहां इलाज के उपरांत चिकित्सक के द्वारा उसके आंख की रौशनी वापस नहीं लौटने की संभावना व्यक्त की गई। युवक के साथ साथ परिजनों मे पुलिस के प्रति गुस्सा देखी जा रही है। वहीं इस संबंध में पुछे जाने पर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद कुमार महतो ने पुलिस के द्वारा युवक के साथ मारपीट के घटना की पुष्टि की है.

जीवेश तरुण की रिपोर्ट