द एचडी न्यूज डेस्क : नीतीश सरकार में पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह का अब इस दुनिया में नहीं रहे. दिल्ली के मेदांत अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन से बिहार के सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है. राज्यपाल फागू चौहान, सीएम नीतीश कुमार, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधानपरिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने उनके निधन को अपूरणीय छति बताते हुए गहरा शोक व्यक्त किया है.
आज शाम दिल्ली से उनका पार्थिव शरीर पटना लाया जाएगा. पटना के चितकोहरा स्थित उनके सरकारी आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. उसके बाद 13 अक्टूबर को सुबह 11 बजे विधानसभा में पार्थिव शरीर लाया जाएगा. जहां पर दोनों सदन के लोग उनको श्रद्धांजलि देंगे. इसके बाद 11.30 बजे उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी कार्यालय लाया जाएगा, जहां पार्टी के नेता उन्हें श्रद्दांजलि देंगे.

पार्टी कार्यालय में श्रद्दांजलि के बाद दोपहर 12 बजे दिवंगत विनोद कुमार सिंह के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव कटिहार के बड़ी बथना गांव के लिए रवाना किया जाएगा. 14 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव में अंतिम दर्शन के बाद जिले के मनिहारी घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बता दें कि पिछड़ा व अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री विनोद सिंह कटिहार जिला स्थित प्राणपुर के बीजेपी विधायक थे. विनोद सिंह ने अपना राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू किया था. वे बंगलादेशी घुसपैठ विरोधी आंदोलन में काफी एक्टिव थे. पहली बार 1995 में बीजेपी के टिकट पर प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बने, सफलता नहीं मिली. 2000 में पहली बार विधायक चुने गए.
इसके बाद 2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव में हार गए. लेकिन 2015 में प्राणपुर से पुनः विधायक बने. महागठबंधन से जेडीयू के अलग होने के बाद एनडीए सरकार में इन्हें खनन व भूतत्व मंत्री बनाया गया. कैबिनेट में फेरबदल के बाद पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री की जिम्मेवारी मिली.