नई दिल्ली : देश में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई है. अब भारत में पहले दिन तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 के टीके की खुराक दिए जाने के साथ आज दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में पहले चरण के कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे.
विश्व के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण के लिए तेलंगाना पूरी तरह से तैयार है, जहां सरकार के जरिए संचालित सुविधाओं में 4,000 स्वास्थ्यकर्मियों को शनिवार को वैक्सीन की पहली खुराक दी जाएगी. स्वास्थ्य अधिकारियों ने राज्य के सभी 33 जिलों में फैले 139 केंद्रों पर लाभार्थियों को टीकाकरण करने के लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं.
स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंदर और चिकित्सा शिक्षा निदेशक रमेश रेड्डी हैदराबाद के गांधी अस्पताल में टीका प्राप्त करेंगे. राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई एस. निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) में वैक्सीन रोलआउट कार्यक्रम में भाग लेंगे. मुंबई के कूपर अस्पताल में टीकाकरण केंद्र तक COVID-19 वैक्सीन पहुंचने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने ताली बजाकर स्वागत किया.
आज से शुरू हो रही कोविड वैक्सीनेशन के लिए सेना को कुल 4000 वैक्सीन दी गई हैं. सबसे पहले लद्दाख में तैनात सेना के फ्रंटलाइन वर्कर्स यानि सैन्य-डाक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टाफ को वैक्सीन दी जाएगी. जानकारी के मुताबिक इन 4000 वैक्सीन में से कम से कम 3820 अकेले लद्दाख में तैनात सैनिकों (डॉक्टर्स इत्यादि) के लिए हैं.
सूत्रों के मुताबिक वैक्सीनेशन का ये पहला चरण है. जैसे-जैसे सरकार से वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी, दूसरी कमांड में तैनात फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा. लेह में मिलिट्री हॉस्पिटल के अलावा हार्ट सेंटर (अस्पताल) में भी देशभर की तरह कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम की शुरूआत हो जाएगी. इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. करीब छह हजार वैक्सीन पहले चरण में इस सेंटर में लगाई जानी है.
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान 10:15 बजे हमीदिया अस्पताल पहुंचेंगे. भोपाल में हमीदिया अस्पताल से टीकाकरण की शुरुआत होगी. इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद रहेंगे. सबसे पहले फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगेगी. एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि देश जानना चहता है कि देश के गरीब लोगों को सरकार फ्री में वैक्सीन देगी या नहीं, इसकी जानकारी पीएम मोदी लोगों को दें.