देहरादून : उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से मची तबाही में अबतक 14 शव बरामद हुए हैं. हालांकि कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है. इस तबाही के बाद से करीब 170 लोग लापता हैं. आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार बचाव काम में लगी हुई हैं. चमोली पुलिस ने ट्वीट कर लोगों को सतर्क रहने को भी कहा है.
ITBP देहरादून की सेक्टर हेडक्वार्टर की डीआईजी अपर्णा कुमार ने बताया है कि बड़ी टनल को 70-80 मीटर खोला गया है, जेसीबी से मलबा निकाल रहे हैं. यहां कल से 30-40 कर्मी फंसे हुए हैं. आईटीबीपी, उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना यहां संयुक्त ऑपरेशन कर रही है. क़रीब 153 लोग लापता हैं.
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सदन में कहा है कि उत्तराखंड की आपदा पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की है. वेंकैया नायडू ने कहा कि अभी तक टनल में लोग फंसे हैं. आज उत्तराखंड की आपदा पर गृहमंत्री अमित शाह राज्यसभा में बोल सकते हैं. भारतीय वायु सेना ने बताया है कि देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई-17 और ALH हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के साथ हवाई राहत और बचाव अभियान फिर से शुरू हो गया है.
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया है कि ग्लेशियर टूटने से रैणी पावर प्रोजेक्ट पूरा बह गया और तपोवन भी क्षतिग्रस्त हुआ है. पहले प्रोजेक्ट से 32 लोग लापता हैं और दूसरे प्रोजेक्ट से 121 लोग लापता हैं. इनमें से 10 शव बरामद हो गए हैं. तपोवन प्रोजेक्ट में दो टनल थीं, छोटी टनल से कल 12 लोगों को बचाया गया है. बड़ी टनल को खोलने की कोशिश की जा रही हैं. टनल का मलबा बाहर निकाला जा रहा है, इस काम में सेना की टीम लगी हुई हैं. मुझे उम्मीद है कि टनल शाम तक खुल जाएगी.
चमोली पुलिस ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि टनल में फंसे लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है और 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं.
तपोवन की दूसरी सुरंग में जारी राहत और बचाव कार्य जारी है. इस टनल में 30 लोगों के फंसे होने की आशंका है. आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया है कि हमारी टीम अलग अलग जगह काम कर रही हैं. हम जो लोग टनल मे फंसे हैं, उनको निकालने का काम कर रहे हैं. साथ ही हमने दूसरी टनल के लिए भी सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया है. वहां क़रीब 30 लोगों के फंसे होने की सूचना है. आईटीबीपी के 300 जवान टनल को क्लियर करने में लगे हैं, जिससे लोगों को निकाला जा सके. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक 170 लोग इस आपदा में लापता हैं.