उत्तराखंड : उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है. चमोली जिले जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई. पानी तेज गति से आगे बढ़ रहा है. ग्लेशियर फटने से अबतक 10 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 150 लोगों के लापता होने की आशंका जतायी जा रही है. आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने की आशंका है, लिहाजा आसपास के इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है.
आईटीबीपी, NDRF और SDRG की कई टीमें मौके पर पहुंचीं हैं. श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट है. उत्तराखंड के CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घटनास्थल पर पहुंच स्थिति की जानकारी ली है. हर अपडेट जानने के लिए पेज रिफ्रेश करते रहें.
डीजी ITBP सुरजीत सिंह देसवाल ने कहा, ऋषिकेश से 13-14 किलोमीटर की दूरी पर तपोवन डैम है, जहां पर पानी इकट्ठा हुआ है. तपोवन डैम के सुरंग में काम चल रहा था जिसमें 20-25 लोग फंसे हुए हैं. ITBP की टीम वहां बचाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है. उत्तराखंड के डीजीपी ने कहा, श्रीनगर से अब नदी का बहाव सामान्य हो गया है. देवप्रयाग और निचले इलाक़ों के लोगों के लिए अब ख़तरे की बात नहीं है. पुलिस राहत बचाव तेज़ी से कर रही है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, उत्तराखंड के जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने से उस क्षेत्र में हुए भारी नुकसान के समाचारों से बहुत चिंता हुई है. मैं लोगों की सुरक्षा और सेहत के लिए प्रार्थना करता हूं. मुझे विश्वास है कि मौके पर राहत एवं बचाव कार्य पूरी तैयारी से चलाए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि नदी के बहाव में कमी आई है जो राहत की बात है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है. रावत ने ट्वीट किया कि मैंने अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है और स्थिति का सीधे तौर जायजा लेने के लिए प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गया हूं. सरकार के सभी स्तरों पर चमोली जिला प्रशासन की मदद की जा रही है. घबराने की कोई बात नहीं है. मैं सभी से अफवाहों पर यकीन नहीं करने की अपील करता हूं.