द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के बांका में आठ साल की बच्ची के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी गई थी. मृतक बच्ची के पिता और एक एनजीओ की महिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर पहुंचे और जमकर हंगामा किया. साथ ही धरने पर बैठ गए. इस बवाल से सीएम आवास के पास लगे सुरक्षाकर्मियों के बीच अफरा-तफरी मच गई. सीएम आवास के बाहर पुलिस प्रशासन के पुख्ता इंतजाम थे. किसी तरह धरने पर बैठे दोनों लोगों को सचिवालय पुलिस ने हटाया.
आपको बता दें कि पीड़िता के पिता और महिला ने कहा कि मेरी बच्ची का अभी तक न्याय नहीं मिला है. अपराधियों ने मेरी बच्ची की आंख निकाल ली साथ ही पूरी शरीर को बालू से ढक दिया गया, एक महीने पहले का मामला है. दोषियों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन ताकतवर लोग उन्हें बचा रहे हैं.

पीड़िता ने कहा कि कार्रवाई नहीं हो रही है. पीड़ित के पिता दिल्ली से आई एक्टिविस्ट के साथ सीएम से मिलने पहुंचे थे. एक्टिविस्ट ने बड़ा आरोप लगाते कहा कि सीएम से लगातार मिलने का समय मांगी जा रही थी लेकिन समय नहीं दिया जा रहा था. अब जब हम यहां पहुंचे हैं तो पुलिस प्रशासन के लोग हमारे साथ बदतमीजी कर रहे हैं. वहीं पीड़िता के पिता सीएम आवास के बाहर धरने पर न्याय के लिए बैठ गए हैं. अभी-अभी मिली जानकारी के अनुसार महिला और पीड़ित बच्ची के पिता को पुलिस सचिवालय थाने लेकर आई है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.
आपको बता दें कि राजधानी पटना के सचिवालय थानेदार सीपी गुप्ता का एक महिला के साथ बदतमीजी का एक वीडियो सामने आया है. शनिवार को एक महिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने आई थी. मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठी जिसके बाद पुलिस हटाने के लिए पहुंची. यहां तक तो ठीक था लेकिन पहुंचने के बाद सचिवालय थानेदार सीपी गुप्ता ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया. धरना दे रही एक महिला से कहा कि महिला हो महिला की तरह रहो.
दरअसल पूरा मामला ये है कि बिहार के बांका में आठ साल की बच्ची के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बांका पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है, लेकिन परिजनों का कहना है कि मुख्य आरोपी अभी तक फरार हैं. गिरफ्तार लोगों को फांसी की सजा मिले. इसको लेकर मृतक बच्ची के पिता और एक एनजीओ की महिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए.
इसी वक्त सीएम का काफिला निकलने वाला था. सुरक्षाकर्मी पीड़ित पिता और महिला को हटाने लगे. मौके पर सचिवालय थाना की पुलिस भी पहुंची. सचिवालय थाना प्रभारी सीपी गुप्ता भी पहुंचे, लेकिन पीड़ित के साथ किस तरह का व्यवहार किया यह कैमरे में अब कैद हो गया है. हालांकि सीपी गुप्ता का यह रूप कोई नया नहीं है. पहले भी इस तरह का मामला आ चुका है.
कुछ दिन पहले भी आया था सीपी गुप्ता का वीडियो
बता दें कि कुछ दिनों पहले भी सीपी गुप्ता का एक वीडियो सामने आया था. वो उस समय भी महिलाओं के साथ बदतमीजी करते दिखे थे. वीडियो आया और जांच का आदेश हुआ लेकिन वरीय अधिकारियों ने क्लीन चिट दे दी. एएसपी काम्या मिश्रा को जांच की जिम्मेदारी मिली थी. जांच के बाद एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लो ने थाना प्रभारी को ऐसी गलती नहीं करने की बात कही थी लेकिन आज फिर वही हुआ.
संजय कुमार मुनचुन और अन्नु प्रकाश की रिपोर्ट