रांची : सीपीआई राज्य कार्यालय अल्बर्ट एका चौक रांची में आज वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता सूरज पत सिंह की अध्यक्षता में राज्य परिषद की बैठक हुई. जिसमें राज्य कार्यकारिणी व राज्य परिषद के साथी जीवलाल लाल महतो के निधन पर एक मिनट का मौन रहकर शोक संवेदना व्यक्त किए. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड सहायक राज्य सचिव महेंद्र पाठक के द्वारा पिछले बैठक से लेकर अब तक की कार्य रिपोर्ट पेश किया गया. जिसे बहस मुहावसे के बाद पास किया गया.
बैठक को संबोधित करते हुए राज्य सचिव सह हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार के जनविरोधी नीतियों के कारण बेतहाशा महंगाई बढ़ रही है. जिसे रोकने में केंद्र की सरकार असफल रही, राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है. गैर जरुआ जमीन के रसीद बंद पड़ा हुआ है. पूर्व की सरकार ने लैंड बैंक में डाल कर किसानों को धोखा दिया था. राज्य की हेमंत सरकार से लोगों ने आस लगा रखी थी कि नई सरकार किसानों की बात सुनेगी, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी अभी तक गैरमजरुआ जमीन रशीद चालू नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि राज्य में रसीद काटने एवं दाखिल खारिज के नाम पर बड़े पैमाने पर अवैध वसूली की जा रही है. जंगल की जमीन पर माफियाओं का कब्जा होता जा रहा है. सरकार जंगल की जमीन की देखने के लिए किसानों को दे. मेहता ने कहा कि पंचायत चुनाव लंबित पड़ा हुआ है. इसीलिए राज्य की जन समस्याओं को लेकर जन आंदोलन तेज करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को रोकने में असफल रही. सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पूरे जनवरी माह में सभी प्रखंड कार्यालयों में कोविड-19 के गाइडलाइन को पालन करते हुए धरना प्रदर्शन किया जाएगा. 10 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों में विशाल रैली धरना प्रदर्शन आयोजित की जाएगी.
साथ ही फरवरी तक सभी शाखाओं का सम्मेलन, मार्च में अंचल सम्मेलन, अप्रैल माह में सभी जिलों के सांगठनिक सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे. राज्य में बड़े पैमाने पर पार्टी सदस्यता भर्ती अभियान चलाया जाएगा. बैठक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सचिव हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, सहायक सचिव महेंद्र पाठक, राजेंद्र यादव, केडी सिंह, सूरज पत सिंह, रुचिर तिवारी, मंजू गौतम, बाबूलाल झा, अजय कुमार सिंह, गुलाम जिलानी, महादेव राम, सुरेश ठाकुर, बनवारी साहू, लोकेश आनंद, सुजीत घोष, गणेश महतो, पंचानन महतो, पीके पांडे, शशि कुमार, स्वयंबर पासवान विष्णु कुमार, अब्दुल कलाम रसीदी, अर्जुन यादव, पशुपति कॉल, शंभू महाली और महादेव राम सहित कई लोग उपस्थित थे.
गौरी रानी की रिपोर्ट