Patna: राजधानी पटना में यदि कोई पुलिस बनकर आपको डराए या धमका कर रूपये ऐठने की कोशिस करें तो आप स्थानीय पुलिस थाने को सूचित करें। दरअसल हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि गर्दनीबाग थाना क्षेत्र में दो ऐसे ही ठग पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
ये ठग बाईक पर पुलिस लिखकर स्थानीय दुकानदार पर धौंस जमाकर अबैध तरीके से धन उगाही कर रहे थे। हद तो तब हो गई जब चितकोहरा के एक दिव्यांग दुकानदार से जबरन 15 सौ रूपये गल्ले से ठग ने निकाला। धौंस जमाते हुए कहा कि नशा का धंधा मत करना। जबकि नशे के धंधे की कोई बात ही नहीं थी।
गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के चितकोहरा बाजार में पान की गुमटी चलाने वाले दुकानदार दिव्यांग सुरेश यादव ने गर्दनीबाग थाने में आवेदन देते हुए पूरी दास्तां सुनाई। पीड़ित की माने तो सोमवार की सुबह पुलिस का बोर्ड लगे एक बाइक पर सवार चिंटू और राकेश पहुंचे। जहाँ पान की गुमटी दूकानदार विकलांग सुरेश यादव को गांजा बेचने की बात कह गिरफ्तार करने को कहा। हालाँकि दूकानदार सुरेश यादव ने उनसे जब पूछा की आप लोग कौन है ?
तो दोनों शातिर ठग ने पहले अपने आपको इन्कम टैक्स का पुलिस बता कर धमकाने लगे। उनके गल्ले से पंद्रह सौ रखे रूपए और खुदरा जबरन निकाल लिया। जिसके बाद दोनों शातिर ठगो ने मोटरसाइकल पर बिठा चितकोहरा गोलंबर लाया और अधिक से अधिक रुपये मंगवाने की जिद करने लगा जिस दरम्यान गर्दनीबाग़ थाने के दरोगा राजीव सिंह ने इस बात की सूचना पाकर दलबल के मौके पर पहुंची और सभी को थाने ले आई जहाँ इस पुरे मामले का खुलासा हुआ है।
इस नकली पुलिस बन लोगो को अपना शिकार बनाने मामले में पकड़ में आये युवक चिंटू के पिता पुलिसकर्मी हैं तो वही दुसरा शख्स राकेश कुमार के पिता गार्ड का काम करते है। फिलहाल पकड़ में आये दोनों ठगो के पास से चार महंगे एंड्राइड फोन एक ठगी में इस्तेमाल करने वाला डी एल नंबर की बाइक को बरामद किया है। फिलहाल पकड़ में आये दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की कर्रवाई की जारी है।
पटना से क्राइम रिपोर्ट अन्नू प्रकाश की रिपोर्ट