रांची : राजधानी रांची सहित राज्य के आदिवासी सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर उबाल पर है. राजधानी रांची में विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा सरना धर्म कोड को लेकर राज्यव्यापी चक्का जाम किया गया. इसको लेकर बड़ी संख्या में विभिन्न आदिवासी संगठनों के बैनर तले जुलूस की शक्ल में राजधानी रांची के विभिन्न क्षेत्रों से आकर राजधानी के मुख्य चौक अल्बर्ट एक्का को जाम कर दिया.
इस जुलूस में बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं पारंपरिक हरवे हथियार के साथ पुरुषों के साथ सड़क जाम करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि लंबे समय से आदिवासी समाज सरना धर्म कोड की मांग कर रही है 2021 में जनगणना होने वाली है और सरकार साजिश के तहत हमारे सरना धर्म कोड की मांगों को पूरा नहीं कर रही है. आगे अपनी सवैधानिक मांगों को लेकर अपनी आवाज़ को और मजबूत करेगे.
साथ ही कहा कि सरकार अगर हमारी मांगे पूरी नहीं करती है तो आने वाले समय में और उग्र आंदोलन आदिवासी समाज के द्वारा की जाएगी. वहीं मौके पर विधि व्यवस्था संभाल रहे कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार आंदोलनकारियों को समझाने बुझाने का प्रयास करते हुए नजर आए. हालांकि आदिवासी समाज के नेता फूलचंद तिर्की ने आंदोलन को सफल बताते हुए 2:00 बजे तक चक्काजाम हटा स्वतः वापस लेने की बात कही है.
गौरी रानी की रिपोर्ट