टोक्यो : जापान की राजधानी टोक्यो में पैरालंपिक प्रतियोगिता चल रही है. इस प्रतियोगिता में बिहार के लाल शरद कुमार ने कमाल किया है. दरअसल, शरद ने मंगलवार को 32 कैटेगरी की ऊंची कूद की स्पर्धा में 1.86 मीटर ऊंची कूद लगाकर कांस्य पदक जीता है. शरद कुमार मूल रूप से मुजफ्फरपुर के मोतीपुर के रहने वाले हैं लेकिन पढ़ाई के लिए उनका परिवार पटना शिफ्ट कर गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी टोक्यो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले शरद कुमार को ट्वीट करके और साथ ही फोन पर बधाई दी. पीएम मोदी ने टोक्यो जाने से पहले शरद कुमार से मिले भी थे और पदक जीतने की शुभकामनाएं दी थी.
शरद कुमार की खासियत ये है कि वो खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी अच्छे हैं. उनके पिता सुरेंद्र कुमार और माता कुमकुम कुमारी के मुताबिक, शरद बचपन से ही कोई काम लगन के साथ करते थे. जब भी फोन पर बातचीत होती थी वो पढ़ाई और खेल के बारे में ही बातचीत होती थी.
शरद 2 साल की उम्र में हुए थे पैरालिसिस के शिकार
शरद कुमार का जन्मा एक मार्च 1992 को में हुआ था. शरद जब दो साल के थे तो नकली पोलियो दवा लेने से उनके बायां पैर पैरालाइस हो गया, जिसके कारण वो दिव्यांलग हो गए. शरद ने अपनी स्कूाली शिक्षा सेंट पॉल स्कूल दार्जिलिंग से की है. इसी दौरान शरद ने सात साल की उम्र से हाई जम्प प्रेक्टिस करना शुरू किया. इसके बाद स्कूोली शिक्षा पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए वो दिल्ली् चले गए. दिल्लील में उन्हों ने किरोड़ीमल कॉलेज से पॉलिटिक्लॉ साइंस में अपना बैचलर पूरा किया. इसके बाद उन्होंउने जवाहर लाल नेहरु विश्वेविद्यालय से अपनी पीजी की डिग्री पूरी की.
वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी टोक्यो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले शरद कुमार को ट्वीट कर बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि बिहार के लाल शरद कुमार को टोक्यो पैरालंपिक 2020 के हाई जंप स्पर्धा में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. मेरी कामना है कि वे ऐसे ही राज्य एवं देश का नाम रोशन करते रहें.
शरद ने एशियाई पैरा खेलों में एफ-42 वर्ग में खेलते हुए स्वॉर्ण पदक जीता
शरद कुमार ने 2014 में दक्षिण कोरिया मे सपंन्नग एशियाई पैरा खेलों में एफ-42 वर्ग में खेलते हुए स्वोर्ण पदक जीता, जिसके बाद शरद ने साल 2017 में लंदन में आयोजित विश्वत पैरा चैपिंयनशिप में टी-42 कैटेगरी में सिल्वरर मैडल अपने नाम किया. साल 2018 इंडोनेशिया मे आयोजित एशियाई पैरा गेम में शरद ने टी-42/63 वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन कर शीर्ष स्थान हासिल किया व स्व4र्ण पदक के दावेदार बने.