टोक्यो : आज पूरा देश श्री कृष्ण जनामष्टमी मना रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम नेताओं ने सभी देशवासियों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी है. टोक्यो पैरालंपिक से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भारत को बड़ी खुशखबरी मिल रही है. आज हमारे खिलाड़ियों ने पदकों की बौछार कर दी है. शूटर अवनि लेखरा (गोल्ड), डिस्कस थ्रो योगेश कथूनिया (सिल्वर), जेवलिन थ्रो देवेंद्र झाझरिया (सिल्वर) और इसी इवेंट में सुंदर सिंह गुर्जर ने कांस्य पदक जीता है. इन सभी खिलाड़ियों को पदक जीतने पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और खेल मंत्री ने सभी खिलाड़ियों को ट्वीट कर बधाई दी है. साथ ही पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों से फोन पर बातचीत की है.
टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में भारत की पैरा शूटर अवनि लेखरा ने इतिहास रच दिया है. अवनि ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 इवेंट में नया पैरालिंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड पर निशाना साधा है. अवनि ने कुल 249.6 का स्कोर बनाया जो की पैरालिंपिक खेलों का नया रिकॉर्ड है. चीन की सी झांग (248.9 अंक) ने इस इवेंट का सिल्वर मेडल जबकि यूक्रेन की इरीना स्खेतनिक (227.5 अंक) ने कांस्य पदक अपने नाम किया. टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में ये भारत का पहला गोल्ड मेडल है इस से पहले भारत के एथलीटों ने कल दो सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे.
अवनि इस इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में सातवें स्थान पर रही थीं. फाइनल में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. इसके साथ ही ये टोक्यो पैरालिंपिक में भारत के तीसरा कंफर्म मेडल है. इस से पहले निषाद कुमार ने हाई जंप और भाविना पटेल ने टेबल टेनिस में सिल्वर मेडल जीता था. भारत के एक अन्य पैरा एथलीट विनोद कुमार ने डिस्क्स थ्रो के F52 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, लेकिन फिलहाल उनका रिजल्ट होल्ड पर रखा गया है.
टोक्यो पैरालंपिक में आज भारत ने शानदार शुरुआत की है. निशानेबाजी में अवनि लेखरा के गोल्ड मेडल के बाद अब पुरुषों की डिस्कस थ्रो की F56 स्पर्धा में योगेश कठुनिया ने सिल्वर मेडल जीत इतिहास रच दिया है. कठुनिया ने 44.43 मीटर की दूरी तक चक्का फेंककर भारत को टोक्यो पैरालंपिक का उसका चौथा मेडल दिलाया.
टोक्यो पैरालिंपिक में आज भारत ने दिन की शुरुआत के साथ ही चार मेडल अपने नाम कर लिए हैं. जेवलीन थ्रो में देवेंद्र झाझरिया और सुंदर गुर्जर ने भारत को दोहरी सफलता दिलाई है. झाझरिया ने जेवलीन थ्रो की F46 कैटेगरी में 64.35 मीटर की दूरी तक भाला फेंक सिल्वर मेडल अपने नाम किया. ये झाझरिया का पर्सनल बेस्ट स्कोर भी है. पैरालिंपिक खेलों में ये झाझरिया का तीसरा मेडल है. इस से पहले उन्होंने 2004 के एथेंस पैरालिंपिक और 2016 के रियो पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.
वहीं सुंदर गुर्जर इसी कैटेगरी में 64.01 की दूरी तक भाला फेंक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. इससे पहले आज सुबह भारत के लिए पैरा शूटर अवनि लेखरा ने गोल्ड मेडल जीता था, जबकि डिस्कस थ्रो में योगेश कठुनिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. भारत के पैरा एथलीटों ने कल भी दो सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे. ये झाझरिया का पर्सनल बेस्ट स्कोर भी है. पैरालिंपिक खेलों में ये झाझरिया का तीसरा मेडल है. इस से पहले उन्होंने 2004 के एथेंस पैरालिंपिक और 2016 के रियो पैरालिंपिक में पदक जीता था. योगेश कठुनिया हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले हैं और इस जीत के बाद उनके घर पर जश्न का माहौल है. इस से पहले भारत के एथलीटों ने कल दो सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे. भारत के एक अन्य पैरा एथलीट विनोद कुमार ने भी कल डिस्क्स थ्रो के F52 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, लेकिन उनका रिजल्ट अभी होल्ड पर रखा गया है.