टोक्यो : टोक्यो ओलंपिक की रोइंग (नौकायन) स्पर्धा में भी आज भारत के हाथ निराशा लगी है. पुरुषों के लाइटवेट डबल स्कल्स इवेंट में अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह की भारतीय जोड़ी के पास रोइंग में मेडल जीतकर इतिहास रचने का मौका था. लेकिन स्पर्धा के दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय जोड़ी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और वो इस रेस में छठे और आखिरी स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही.
लाइटवेट डबल स्कल्स रेस के इस सेमीफाइनल में छह टीमें ही हिस्सा ले रही थीं. जिनमें से चोटी की तीन टीमों को ही को ही फाइनल में जगह मिल सकती थी. अर्जुन और अरविंद ने सी फोरेस्ट वाटरवे में खेली गई इस सेमीफाइनल की रेस में छह मिनट और 24.41 सेकेंड का समय लिया और अंतिम स्थान पर रही. बता दें कि दोनों सेमीफाइनल में चोटी पर रहने वाली तीन-तीन टीमें फाइनल के लिये क्वालीफाई करती हैं.
रेपेशाज दौर में तीसरे स्थान पर रहकर किया था क्वालिफाई
भारत के अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह ने लाइटवेट डबलस्कल्स स्पर्धा के रेपेशाज राउंड में तीसरे स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. भारतीय जोड़ी ने इस राउंड में 6 : 51. 36 का समय निकालकर तीसरा स्थान हासिल किया था. भारत की टीम में अर्जुन बोअर और अरविंद स्ट्रोकर की भूमिका में थे. भारतीय टीम इस स्पर्धा की दूसरी हीट में पांचवे स्थान पर रही थी. रेपेशाज दौर से टीमों को क्वॉर्टर फाइनल, सेमीफाइनल या फाइनल में जगह बनाने का एक और मौका मिलता है.