द एचडी न्यूज डेस्क : अभिनेत्री रेखा बॉलीवुड वो अदाकारा हैं जो आज भी अपनी अदाकारी और खूबसूरती से युवा अभिनेत्रियों को मात दे सकती हैं. बॉलीवुड इंडस्ट्री में रेखा ने अपनी पहचान अपने दम पर बनाई है. भूख से संघर्ष करते परिवार में जन्मी रेखा ने शून्य से शिखर तक का सफर अपने अपने दम पर किया और आज बॉलीवुड की सबसे सफल एक्ट्रेस कही जाती हैं. रेखा ने सिनेमा में ही नहीं बल्कि राजनीति में भी अपनी अच्छी पहचान बनाई.
रेखा ने पर्दे पर गांव की गौरी, मां, प्रेमिका, इंतकाम लेने वाली औरत, विलेन और फाइटर आदि हर तरह के किरदार को निभाया और अपनी एक्टिंग से अलग पहचान बनाई. दिग्गज अभिनेत्री रेखा ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से 70 के दशक में लोगों के दिलों पर राज किया. रेखा ने तीन बार फिल्मफेयर की ट्रॉफी जीती और 55 साल की उम्र में बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड जीता और आज 30 साल बाद भी उनके लिए लोगों में वही दीवानगी है. संसद में भी एक झलक के लिए कायल लोग.. इस शख्सियत पर ना कभी उम्र हावी हुई.. ना कभी खूबसूरती ने इनका साथ छोड़ा.. ये कहानी हैं फिल्म एक्ट्रेस रेखा की.
रियल लाइफ के साथ-साथ रेखा की रियल लाइफ में भी काफी उतार-चढ़ाव आये. कहते हैं जब रेखा का जन्म हुआ था, तब उनके माता-पिता की शादी नहीं हुई थी. रेखा के पिता ने कभी उनकी मां से शादी नहीं की. यहां तक कि वो रेखा को अपना खून भी नहीं मानते थे. इसी वजह से रेखा को अपने पिता से इतनी नफरत हुई कि वो उनके अंतिम संस्कार में भी नहीं गईं.
मां पर कर्ज होने की वजह से उन्हें छोटी उम्र में ही काम करना पड़ा. पैसे की तंगी के कारण रेखा ने सी-ग्रेड फिल्में भी कीं. बॉलीवुड में रेखा को फिल्म ‘सावन भादो’ से पहला ब्रेक मिला. फिल्म की सक्सेस ने रेखा के सपनों को उड़ान दी. रेखा ने पूरा बचपन फिल्मों में काम कर बिताया. आपने रेखा को कई फंक्शन में पार्ट लेते हुए देखा होगा और उसमें वे अधिकतर कांजीवरम साडी में नजर आती है, इसलिए इन्हें कांजीवरम क्वीन के नाम से भी जाना जाता हैं.
कहते हैं कि रेखा तो एकदम सीधी होती है, लेकिन रेखाभानु गणेशन की निजी जिंदगी बहुत ही टेढ़ी-मेढ़ी रही. रेखा का कई लोगों के साथ नाम जुड़ा. लेकिन उन्होंने इन नजदीकियों को कभी नहीं स्वीकारा. लेकिन मीडिया में अटकलों का बाजार हमेशा रेखा के अफेयर्स की सुर्खियों से गर्म रहा.
एक इंटरव्यू में रेखा ने बताया था कि जब रेखा 15 साल की थी तो फिल्म ‘अनजाना सफर’ की शूटिंग के दौरान फिल्म के को-स्टार विश्वजीत चटर्जी ने उनके साथ बदसलूकी की थी. रेखा कहा कि विश्वजीत चटर्जी साथ इनको एक रोमांटिक गाना शूट करना था, डायरेक्टर ने जैसे ही एक्शन बोला विश्वजीत ने रेखा को लगातार किस करना शुरू कर दिया. वह लगातार किस करते रहे रेखा बहुत असहज महसूस कर रहीं थी. डायरेक्टर ने उस समय कट नहीं बोला था और कैमरा रोल हो रहा था वहीं दूसरी ओर सेट पर मौजूद क्रू भी सीटियां मार रहे थे. ये मामला इतना बढ़ गया था कि इस सीन को काटने के लिए सेंसर बोर्ड ने कई कोशिश की लेकिन सीन फिल्म से कट नहीं हुआ. मामला कोर्ट तक पहुंचा जिसके बाद अमेरिका की ‘लाइफ मैग्जीन’ ने इस पर कवर स्टोरी की थी.
अमिताभ की एंट्री ने बदली जिंदगी
अमिताभ के आने से रेखा की जिंदगी के मायने ही बदल गए. फिर शुरू हुई एक ऐसी प्रेम कहानी जो जमाने भर के लिए मिसाल बन गई. इस प्रेम कहानी में बेपनाह मोहब्बत थी, जुनून था, वफाई थी, बेवफाई थी, खुशियां थीं, दर्द था और बिछड़न था. अमिताभ-रेखा का इश्क कहने के लिए तो छुपा रहा लेकिन उनकी प्रेम कहानियां हवाओं में तैरती रहीं. ये मोहब्बत का वो सिलसिला था जिसका जादू गुजरता वक्त भी कम ना कर सका.
वो पहली मुलाकात..
अमिताभ-रेखा पहली बार फिल्म ‘दो अंजाने’ में नज़र आए थे. रेखा से मुलाकात के तीन साल पहले अमिताभ जया भादुड़ी से शादी कर चुके थे और बॉलीवुड में स्टार बन चुके थे. वहीं रेखा को कोई अभिनेत्री के तौर पर गंभीरता से नहीं लेता था. फिल्म के सेट पर अमिताभ से मुलाकात के बाद रेखा का कायाकल्प हआ. अमिताभ का ऐसा जादू हुआ कि रेखा अपने काम को पहले से ज्यादा संजीदगी से लेने लगीं. फिल्म ‘दो अंजाने’ हिट होते ही बॉलीवुड को एक खूबसूरत जोड़ी मिल चुकी थी.
बेपनाह इश्क की शुरुआत
फिल्मों की खूबसूरत जोड़ी की केमिस्ट्री अब रियल लाइफ में भी एंट्री मार चुकी थी. फिल्म ‘गंगा की सौगंध’ के सेट पर अमिताभ ने रेखा को परेशान करने वाले एक शख्स की पिटाई तक कर दी. जिससे दोनों के अफेयर की खबरें जया तक पहुंच गयीं. रेखा खुद अपने करीबियों से अपने इश्क और रिस्क का ज़िक्र करने लगी. लेकिन कोई था जो इस लव स्टोरी को नकार रहा था वो थे अमिताभ बच्चन. रेखा चाहती थी कि अमिताभ इस रिश्ते पर बात करें, लेकिन वो कभी खुलकर नहीं बोले. एक बार तो रेखा पार्टी में सिंदूर और मंगलसूत्र पहनकर पहुंच गईं. तभी दबी ज़ुबान से आवाज़ उठने लगी कि कहीं रेखा और अमिताभ ने शादी तो नहीं कर ली.
जब रेखा की मोहब्बत दूर हुई
रेखा और अमिताभ की बढ़ती नजदीकियों की वजह से जया बेहद परेशान रहती थीं. एक दिन अमिताभ की गैरमौजूदगी में जया ने रेखा को डिनर के लिए बुलाया. डिनर के बाद जया ने रेखा को कहा कि वह आखिरी सांस तक अमिताभ का साथ नहीं छोड़ेंगी. जिसके बाद रेखा को एहसास हुआ कि उनकी और अमिताभ की जोड़ी कभी नहीं बन सकती.
वो आखिरी मुलाकात का ‘सिलसिला’
फिल्म ‘सिलसिला’ में अमिताभ-जया-रेखा ने एकसाथ स्क्रीन शेयर किया. अमिताभ ने यश चोपड़ा को साफ कहा कि जब तक जया रेखा के साथ काम करने की इजाजत नहीं देगी तब तक मैं फिल्म नहीं करूंगा. फिर यश चोपड़ा ने जया को मनाने की पहल की. जिसका नतीजा हुआ कि जया ने फिल्म में खुद के भी काम करने की शर्त रख डाली. फिल्म खत्म होने के साथ ही अमिताभ-रेखा भी हमेशा के लिए जुदा हो गए.
जब फिल्म ‘कुली’ के सेट पर अमिताभ का एक्सीडेंट हुआ, तब जया बच्चन ने दिन-रात अमिताभ की सेवा की. चोट से ठीक होने को अमिताभ ने पुर्नजन्म माना और रेखा को भुलाकर जया के साथ फिर से खुशनुमा सफर शुरू करने का फैसला किया.
आज भी रेखा और अमिताभ किसी अवॉर्ड फंक्शन में एक-दूसरे को देख रास्ता बदल लेते हैं. लेकिन 2012 में जब अमिताभ को फिल्मफेयर में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला तो रेखा खुद को रोक नहीं पाईं. रेखा उठकर जया के पास गईं और उन्हें गले लगाते हुए अमिताभ की जीत की बधाई दी.