द एचडी न्यूज डेस्क : हिंदू धर्म में महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए कई व्रत रखती हैं. ऐसे ही व्रतों में से एक है वट सावित्रि व्रत. विवाहित महिलाएं इस दिन अपने सुहाग के दीर्घायु होने के लिए व्रत-उपासना करती हैं. यह व्रत हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो स्त्री उस व्रत को सच्ची निष्ठा से रखती है उसे न सिर्फ पुण्य की प्राप्ति होती है बल्कि उसके पति पर आई सभी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं.
आपको बता दें कि वट सावित्री व्रत को लेकर राजधानी पटना में सुबह से ही महिलाएं वट वृक्ष के सामने पूजा कर रही हैं. पटना में महिलाओं के द्वारा पूजा किया जा रहा है. पटना के बोरिंग रोड में महिलाओं द्वारा यह पूजा किया जा रहा है. महिलाओं का कहना है कि यह पूजा पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है. इसलिए हमलोग अपने पति का लंबी उम्र के लिए सभी महिलाएं पूजा कर रहे है.
वट सावित्री व्रत शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि प्रारम्भ- मई 21, 2020 को रात 09:35 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त- मई 22, 2020 को रात 11:08 बजे
वट सावित्री व्रत का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता सावित्री अपने पति के प्राणों को यमराज से छुड़ाकर ले आई थी. अतः इस व्रत का महिलाओं के बीच विशेष महत्व बताया जाता है. इस दिन वट (बड़, बरगद) का पूजन होता है. इस व्रत को स्त्रियां अखंड सौभाग्यवती रहने की मंगलकामना से करती हैं.
उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट