PATNA: रविवार को पटना सिटी की एक शाम शाद के नाम रही। पटना सिटी में जन्मे मशहूर शायर शाद अजीमाबादी की याद में पटना सिटी में रविवार को एक शानदार मुशायरा, कवि सम्मेलन और स्मृति सभा का आयोजन हुआ जिसका शुभारंभ बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, पूर्व केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव व अन्य ने किया।
शाद की स्मृति में आयोजित सभा में पहुंचे नामचीन शायरों, कवियों और प्रबुद्ध श्रोताओं को संबोधित करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के गौरव हैं शाद अजीमाबादी। पटना सिटी में पैदा हुए शाद अजीमाबादी ने न सिर्फ साहित्य और सांस्कृतिक क्षेत्र में बिहार का नाम रोशन किया बल्कि गंगा जमुनी तहजीब के पैरोकार बने।उन्होंने कहा कि 1846 में जन्में शाद ने जब लिखना शुरु किया, वो दौर देश के लिए मुश्किलों का था। शाद ने अपनी शायरी के जरिए उस वक्त देश की परिस्थितियों को आईने की तरह पेश किया और सुकून बांटने की कोशिश की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा शाद अजीमाबादी की याद में आयोजित कार्यक्रमों में हर बार आता रहा हूं। खुशी मिलती है कि बिहार और खासकर मेरे संसदीय क्षेत्र में इतने मशहूर शायर पैदा हुए जिनकी ख्याति देश दुनिया में है। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा शाद अजीमाबादी बिहार की पहचान हैं। पटना सिटी जन्मस्थली से लेकर कर्मस्थली और परित्राण स्थली भी है। उन्होंने कहा कि ख्यातिनाम शायर शाद अजीमाबादी की एक एक पंक्तियां आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को घुप्प अँधेरे के बीच उजाला दिखाने का काम करती है। कार्य़क्रम में शाद अजीमाबादी की पौत्री प्रोफेसर शहनाज फातिमा, उनके पौत्र डॉ. निसार अहम भी मौजूद थे।
-अनामिका की रिपोर्ट