द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना के मुख्यमंत्री सचिवालय 4 देशरत्न मार्ग पर जनता दरबार लगाए हुए हैं. सीएम नीतीश का जनता दरबार शुरू हो चुका है. यह दूसरा कार्यकाल है. हर सोमवार को जनता दरबार लगाया जाता है. कई फरियादी अपने-अपने जिला की समस्या को लेकर सीएम नीतीश के पास सोमवार को पहुंचते हैं. सुबह से ही मुख्यमंत्री सचिवालय के पास भारी संख्या में फरियादी जुटे हुए थे.
आपको बता दें कि जनता दरबार में कोविड नियमों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है. कार्यक्रम में सीएम नीतीश सभी फरियादियों की बातों को सुन रहे हैं. बता दें कि जनता दरबार में आने से पहले नीतीश कुमार ट्वीट करके राजद के वरिष्ठ नेता स्व. रघुवंश प्रसाद की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी है.
सीएम नीतीश कुमार जनता दरबार से निकलने के बाद मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बीमारी की रोकथाम के लिए प्रयास जारी है. लगातार आपदा विभाग से बातचीत हो रही है. बाढ़ और बरसात को लेकर भी सरकार अलर्ट है. राज्य सरकार हर जिलों से रिपोर्ट ले रही है. बिहार में टीकाकरण काफी तेजी से हो रहा है. वहीं सीएम नीतीश ने कहा कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है. उस दिन ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण बिहार में होना चाहिए. सीएम नीतीश ने अपील की है कि 17 सितंबर को बिहार में रिकॉर्ड टीकाकरण होना चाहिए. मौसम में बदलाव को लेकर लोग सतर्क रहें.
वहीं सीएम नीतीश ने साफ कर दिया कि बख्तियारपुर का नाम बदलने की बात फालतू है. उन्होंने कहा कि बख्तियारपुर मेरा जन्मस्थान है उसका नाम क्यों बदलेगा ? फालतू बात है. दरअसल, बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने सीएम नीतीश से मांग किया था कि बख्तियारपुर का नाम बदला जाना चाहिए. जिस शख्स के नाम पर बख्तियारपुर का नाम है उसने ही नालंदा विश्वविद्यालय को तबाह किया था. ऐसे में बख्तियारपुर का नाम बदलकर नीतीश कुमार के नाम पर होना चाहिए. यह सवाल सुन नीतीश कुमार भड़क गए.
उन्होंने कहा कि क्या फालतू का बात है. बख्तियारपुर का नाम क्यों बदलेगा ? वहां मेरा जन्म हुआ है. बख्तियारपुर के नाम पर फालतू का बात करते रहता है. आपको पता है कि जब ऑल इंडिया कानून बन रहा था तो पार्लियामेंट मेंबर ने क्या कहा….जिस नालंदा यूनिवर्सिटी को नष्ट किया गया वह यहीं पर कैंप रखा था. वहीं से नालंदा गया था. अब उसी बख्तियारपुर में जन्मा एक व्यक्ति है जो नए सिरे से नालंदा विश्वविद्यालय बनवा रहा है. ऐसे में बख्तियारपुर का नाम बदलने की बात फालतू है.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बिहार में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. सारण, गोपालगंज और सीवान में जांच टीम भेजी गई थी और डेंगू की जांच की गई. गोपालगंज में डेंगू के नौ मरीज मिले. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बेड व दवा की कोई कमी नहीं है. सारा संसाधन मौजूद है. सरकार कोरोना के संभावित खतरे और बुखार जैसी बीमारी को लेकर लगातार एक्टिव है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर केंद्र से टीम आई थी. टीम ने आकलन किया है. उनसे हमारे अधिकारियों ने बात की है. हमने सुखाड़ के संभावित खतरे के मद्देनजर भी बैठक की है. बाढ़-सुखाड़ को लेकर हमारे सभी मंत्री प्रभार वाले जिलों में जाकर हालात का जायजा लेंगे. इस दौरान सभी विधायक, सांसद चाहें तो रहें और प्रभारी मंत्री को जानकारी दें. दो दिनों तक सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में बैठक कर समीक्षा करेंगे और फिर रिपोर्ट देंगे. दो दिन में पूरा का पूरा रिपोर्ट कलेक्ट किया जाएगा.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट