JAMUI : नवादा में अभी कुछ दिन पहले ही कर्ज का जहर खाने के कारण 6 लोगों की मौत हो गयी. कर्ज नहीं चुका पाने के कारण परिवार के सभी सदस्यों ने एक साथ जहर खा लिया, जिसके बाद उन सभी की मौत हो गयी. वहीं, यह मामला तो अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और दिल दहलाने वाला सामने आ गया है. दरअसल, इस बार मामला जमुई से है जहां 30 हजार रुपये का कर्ज चुकाने के लिए एक दंपति अपनी दुधमुंही बेटी को बेचने के लिए निकल पड़ा.
जमुई जिले के झाझा प्रखंड में एक महादलित परिवार की महिला महज 30 हजार कर्ज चुकाने के लिए अपनी बेटी को बेचने के लिए सड़क पर निकल पड़ी. वहीं, अब महादलित परिवार की ये कहानी लोगों को विचलित कर रही है. दंपति बच्ची को बेचने के लिए सड़क पर खड़े होकर ग्राहक खोज रहे थे. दरअसल, बच्ची को बेचकर अपने बंधक बने बेटे को महादलित परिवार छुड़ाना चाहता था.
जानकारी के मुताबिक, एक मजदूर साल भर पहले ठीकेदार के पास काम करने झारखंड गया था. पैसे की तंगी के कारण 5 हजार रुपये उसने ठीकेदार से कर्ज के रूप में लिए थे. कर्ज नहीं चुका पाने के कारण मजदूर के बेटे को ठीकेदार अपने साथ ले गया. वहीं, अब ठीकेदार उसके बेटे को छोड़ने के लिए 30 हजार रुपये की मांग कर रहा है. जिसके बाद अपनी दूधमुंही बेटी को बेचने के अलावे दूसरा और कोई उपाय उनके पास नहीं रह गया. हालांकि, किसी तरह यह मामला उजागर होने के बाद बच्ची बिकने से बच गई।
पटना से संजय कुमार की रिपोर्ट