PATNA: राजधानी पटना में विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस के अवसर पर 8 जून, गुरुवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका विषय ‘सर्वोत्तम सुरक्षा प्रारंभिक जांच, ब्रेन ट्यूमर से बचे मरीज” पर था और चिकित्सकों ने अपने विचार साझा किये। इस अवसर डॉ. मुकुंद प्रसाद, डॉ. आशुवी कुंजन अज्ञेय, डॉ. अंबुज कुमार, डॉ. मारुति नंदन, डॉ. अविजीत कश्यप ने अपने अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम में ट्यूमर सर्वाइवर के 30 से अधिक मरीजों ने भाग लिया।
ब्रेन ट्यूमर में मस्तिष्क की कोशिकाओं और ऊतकों में धीरे-धीरे गांठ बनने लगती है। जिसे ट्यूमर कहा जाता है। जब यह मस्तिष्क के भीतर बनता है, तो उसे ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है। यदि समय पर इसका इलाज न हो तो यह जानलेवा हो सकता है। ये बातें वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे के अवसर पर एक आयोजन के दौरान जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल पटना के इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूरोसाइंसेज के निदेशक डॉ. मुकुंद प्रसाद ने कहीं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में ब्रेन ट्यूमर का कारगर और बेहतर इलाज उपलब्ध है लेकिन इसके लिए समय पर इलाज शुरू करना जरूरी है।
इस कार्यक्रम में वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे के अवसर पर एक आयोजन के दौरान जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निदेशक डॉ. रविशंकर प्रसाद ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर बीमारी अब लाइलाज नहीं है एवं मेदांता सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में इस बीमारी का पुख्ता इलाज उपलब्ध है और इसका उदाहरण इस कार्यक्रम में इस बीमारी से पीड़ित मरीज स्वस्थ नज़र आ रहे हैं। डॉ. रविशंकर प्रसाद ने आगे बताया कि ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित मरीज का इलाज मेदांता सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आसान विधि से किया जा रहा है। कार्यक्रम में उपस्थित तीस से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं और कई मरीज स्वस्थ होने पर हैं।
इस अवसर पर ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से पीड़ित स्वस्थ् हुए एक रोगी ने अपनी बात साझा की और कहा कि अब हम पूर्ण स्वस्थ हैं और सामान्य दिनों की तरह जिंदगी जी रहे है। मेदांता अस्पताल में आकर इलाज के बाद बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। अब हमें यह नहीं लगता कि कभी इस बीमारी से परेशान थे। जो स्वस्थ हो गए हैं, उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर्स को धन्यवाद करते हुए बताया कि सबसे अच्छा इलाज जय प्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में है। इसके साथ ही सभी जरुरी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां आकर इलाज कराने में कोई परेशानी नहीं हुई।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को न करें नजरअंदाज
मेदांता के न्यूरोसर्जन डॉ मुकुंद प्रसाद ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर के लक्षण अगर दिखें तो डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच तुरंत करवानी चाहिए। इसके लक्षणों में सिर में लगातार दर्द रहना, बार-बार मिर्गी के झटके आना, हाथ-पैर में कमजोरी महसूस करना, तनाव में आना, याददाशत कमजोर होना, चिड़चिड़ापन होना, कम सुनाई देना, बोलने में दिक्कत होना, आंखों की रोशनी जाना,बार-बार बेहोश हो जाना आदि शामिल हैं। इसके लक्षणों को नजरंदाज नहीं करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि ब्रेन ट्यूमर के दो प्रकार होते हैं। इसमें पहला ब्रेन के ही टिश्यू से बनता है वहीं दूसरा कहीं और ट्यूमर होने के बाद ब्रेन में फैल जाता है। इस बीमारी का उपचार परीक्षण और लक्षणों की जाँच के बाद निकले निष्कर्ष पर किया जाता है। ब्रेन ट्यूमर का पता सी टी स्कैन, एमआरआई आदि जाँच से लगाया जा सकता है। इन दिनों ब्रेन ट्यूमर का प्रारंभिक अवस्था में पता चलने पर संपूर्ण इलाज संभव हो गया है।
मेदांता के न्यूरोसर्जन डॉ मुकुंद प्रसाद बताते हैं कि सर्जरी, रेडियो थेरेपी और दवाओं से इस रोग का इलाज होता है। रोगी की स्थिति के अनुसार उपचार किया जाता है। ब्रेन ट्यूमर के लिए बेहतर और आधुनिक तकनीक आ गयी है जिससे इसका इलाज करना आसान हो गया है।ध्यान देने वाली बात यह है की 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले मरीजों में ब्रेन ट्यूमर के कैंसर में बदलने की संभावना ज्यादा रहती है। इसके कारण स्पष्ट नहीं है लेकिन जेनेटिक फैक्टर एक अहम कारण माना जाता है।
मेदांता अस्पताल में है इसके इलाज की सुविधा
डॉ. मुकुंद प्रसाद कहते हैं कि जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल पटना में ब्रेन ट्यूमर की जाँच से लेकर इलाज तक की सम्पूर्ण व्यवस्था है। यहां सीटी स्कैन से लेकर एमआरआई जांच तक एक ही छत के नीचे मौजूद है। यहां इसका इलाज अनुभवी डॉक्टरों द्वारा आधुनिक तकनीक से किया जाता है।