रांची : झारखंड सरकार की नीतियों की वजह से 4900 से ज्यादा युवाओं के फ्यूचर पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. दरअसल झारखंड चयन आयोग ने अपने छह पुराने विज्ञापनों को रद्द कर (JSSC) दिया है. जब कि इसने एग्जाम पहले ही हो चुके हैं. अब आयोग ने नोटिस जारी कर पुराने विज्ञापन रद्द होने की जानकारी दी है. इसके साथ ही कहा है कि रद्द किए गए सभी विज्ञापनों के अब नए सिरे से जारी किया जाएगा. बता दें कि सरकार की तरफ से 2018 और 2019 में ये ऐड दिए गए थे. एग्जाम लेने के बाद इन्हें रद्द कर दिया गया है.
आयोग का कहना है कि नियुक्ति की प्रक्रिया अधूरी मानते हुए सभी विज्ञापनों को निरस्त किया जाएगा. दरअसल, जब झारखंड चयन आयोग ने विज्ञापन जारी किए थे उस समय बीजेपी की रघुवर सरकार सत्ता में थी. अब जब नियुक्ति होनी है तो हेमंत सोरेन सरकार है. लेकिन हेमंत सरकार ने प्रक्रिया को अपूर्ण बताते हुए फिर से भर्ती प्रक्रिया के लिए पुराने विज्ञापन को रद्द कर दिया है. सरकारों के नियमों की वजह से अब युवाओं को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
फिर जारी किए जाएंगे JSSC की इन भर्तियों के विज्ञापन
वहीं रघुवर सरकार की नियुक्ति नियमावली के हिसाब से झारखंड के 11 गैर और अनुसूचित जिलों में जिला स्तर के वर्ग-3 और वर्ग-4 के पदों पर नियुक्ति के लिए 10 सालों तक संबंधित जिले के रहने वालों को ही पात्र माने जाने का प्रावधान था. लेकिन हेमंत सरकार के नियम के मुताबिक थर्ड और फोर्थ ग्रेड की नौकरियों में राज्य के मान्यता प्राप्त स्कूल से 10वीं और 12वीं पास होना जरूरी होगा. इसे लेकर कार्मिक, प्रशासनिक सुधार और रजाभाषा विभाग ने एग्जाम संचालन के लिए नियमावली में संशोधित गजट प्रकाशित किया है. हाल ही में संशोधन को लेकर कैबिनेट की तरफ से एग्जाम संचालन के लिए तमाम नियमावलियों के लिए मंजूरी दी गई है.
सोरेन सरकार ने रद्द किए पुराने विज्ञापन
अब जेएसएससी की भर्तियों के लिए युवाओं को और इंतजार करना पड़ेगा. नए विज्ञापन जारी होने के बाद फिर से इसका एग्जाम होगा. जब कि रद्द किए गए विज्ञापनों के लिए परीक्षा पहले ही हो चुकी है. लेकिन हेमंत सरकार ने नियमावलि में बदलाव कर दिया है. जिसकी वजह से पुराने विज्ञापन को रद्द कर नए सिरे से सभी छह विज्ञापन जारी किए जाएंगे.
गौरी रानी की रिपोर्ट