द एचडी न्यूज डेस्क : देश इस वक्त कोरोना जैसी महामारी से जंग लड़ रहा है. तीन मई तक पूरे मुल्क में लॉक डाउन घोषित है. इस दौरान लोगों को सुरक्षित घरों में रहने का सरकारी आदेश जारी है. एक तरफ जहां स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस और सफाईकर्मी अपनी जान को खतरे में डालकर देश को बचाने में जुटे हैं तो वहीं कुछ शरारती तत्व इस आपदा की घड़ी में भी लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं.
सोशल मीडिया के माध्यम से समाज में तरह तरह के भ्रामक और झूठे दावे किए जा रहे हैं. खास वर्ग, समाज या धर्म के खिलाफ भी कुछ लोग माहौल खराब करने में जुटे हैं. सोशल मीडिया पर झूठी खबरों से दहशत फैलाने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है. बिहार में ऐसे शरारती तत्वों से निपटनी की तैयारी मुकम्मल की जा चुकी है. बिहार पुलिस की साइबर सेल 24 घंटे काम कर रही है और सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर जारी गैर सामाजिक अथवा गैर कानूनी खबरों और पोस्ट को लेकर पुलिस कड़ी कार्रवाई भी कर रही है.

बिहार में पुलिस के तेज तर्रार अफसरों में शुमार जेएस गंगवार के नेतृत्व में साइबर सेल की टीम इन शातिरों पर कानूनी शिकंजा कस रही है जो सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं. एडीजी जेएस गंगवार ने भी बिहार की जनता से अपील की है कि सोशल मीडिया पर जारी किसी भी खबर, वीडियो, ऑडियो या कंटेंट पर विश्वास न करें. सरकारी संस्थाओं द्वारा जारी जानकारी ही सही है और सुरक्षित है लिहाजा लोग उसे है फॉलो करें.

एडीजी जेएस गंगवार ने कहा कि किसी भी तरह के गलत और भ्रामक खबरों की जानकारी लोग स्थानीय पुलिस को दें ताकि शरारती तत्वों पर कार्रवाई की जा सके. गंगवार ने लोगों से अपील की है कि बिना पुष्टि किसी भी खबर को सोशल मीडिया पर शेयर अथवा लाइक न करें क्योंकि इससे समाज में गलत संदेश जा सकता है. साइबर सेल की तरफ से जनहित में जानकारी साझा की गई है जिसमें बताया गया है कि फिलहाल कोरोना कहर के दौरान लोगों को किन किन अफवाहों से बचने की जरुरत है.
इन बातों पर ध्यान दें
• लॉकडाउन में अगले आदेश तक ट्रेन, बस या किसी भी सार्वजनिक परिवहन के जरिए यात्रा पर रोक लगी है
• शराब के सेवन से कोरोना को नहीं रोका जा सकता है
• हवा में किसी तरह की दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा है
• मच्छरों के काटने से कोरोना नहीं फैलता
• इंटरनेट सेवा बंद करने को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है