भागलपुर:
प्रभु श्री राम के हर कोई दीवाने है। लाखों करोड़ों लोगों को इस पल का इंतज़ार था कि कब प्रभु श्री राम को छत मिलेगा। 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर किसी के मन में जोश और उत्साह है। नवगछिया के निवासी रामभक्त दिव्यांग कन्हैया लाल भी अयोध्या के लिए निकल पडे है। अपने आराध्य भगवान श्रीराम के मंदिर को देखने के लिए अपने एक पैर से दिव्यांग कन्हैया लाल 620 किमी का सफर तय करेंगे। कन्हैया लाल ने बताया कि भगवान राम से उनका काफी गहरा लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि जब से सुप्रीम कोर्ट से रामलाल के पक्ष में फैसला आया तभी मैनें सोच लिया, जब भी रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होगी उस दिन वहां जाऊंगा और 1100 दीपक जलाऊंगा। यह मन्नत मैनें मांगी थी जिसको पूरा करने के लिए आज अयोध्या के लिए निकला हूं। कन्हैया लाल ने बताया कि हमारे आराध्य भगवान श्री राम 5 सौ साल बाद फिर से अपने मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। हम सभी हिंदुओं के लिए यह सौभाग्य की बात है। सही मायने में हम अब आज़ाद हुए है।