गुमला : हमारे समाज में अक्सर कहा जाता है कि जब कोई औरत दुर्गा का रूप धारण कर लेती है तो वह बड़े से बड़े अत्याचारी का विनाश कर देती है. झारखंड के गुमला जिले में बुधवार को यह कहानी सच साबित हुई. यहां गांव की बहादुर आदिवासी बेटी विनीता उरांव ने हिम्मत के साथ नक्सलियों का सामना किया और पूरे परिवार की रक्षा करने में सफल रही. अब गांव के लोग इसे मर्दानी के नाम से पुकार रहे हैं.
दरअसल, गुमला पुलिस के मुताबिक बुधवार रात करीब आठ से नौ बजे के बीच उग्रवादी संगठन PLFI के सब जोनल कमांडर बसंत गोप अपने सहयोगी छह नक्सलियों के साथ विनीता के घर पर आ धमका. विनीता का घर गुमला सदर थाना से 10 किमी दूर वृंदा नायक टोली गांव में है. आरोप है कि नक्सलियों ने विनीता के पति की हत्या की साजिश रची थी.
घर पर पहुंचते ही नक्सलियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरु कर दी. इसी बीच बसंत गोप जैसे ही दरवाजा तोड़कर विनीता के घर में दाखिल हुआ, वैसे ही पहले से ताक में खड़ी विनीता ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. अपने कमांडर पर हुए हमले के बाद सभी नक्सली मौके से भाग निकले और बसंत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
विनीता इतने पर ही नहीं रुकी उसने वहां से भाग निकले नक्सलियों का पीछा भी किया. वारदात के बाद विनीता ने खुद एसपी को फोन कर पूरे मामले की जानकारी भी दी. इस घटना के बाद पूरे झारखंड में विनीता के साहस के चर्चे हैं. अब तो लोग सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि विनीता की विरता को देखते हुए उसे पुलिस में शामिल किया जाए.
मुकेश सोनी की रिपोर्ट