बेगूसराय : कोरोना महामारी के कारण देशवासी परेशान हैं. विगत दो माह से अधिक समय से देश में लॉकडाउन के कारण लाखों की संख्या में मजदूर देशों में फंसे हुए हैं. जिन मजदूरों को सरकार द्वारा रेल एवं सड़क मार्ग से लाने का काम भी सरकार के द्वारा की जा रही है. साथ ही इन प्रवासी मजदूरों को प्रखंड के विभिन्न करंट सेंटर में रखे भी जा रहे हैं. जहां सरकार की ओर से उनके रहने के लिए बिछावन पहनने के लिए कपड़े खाने पीने के लिए बर्तन साबुन मछरदानी सैनिटाइजर आदि भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. लेकिन इनमें से कुछ सेंटरों पर प्रशासनिक लापरवाही भी सामने आ रही है जिस कारण ऐसे कैंटीन सेंटर पर रह रहे मजदूरों द्वारा विरोध भी जताया जा रहा है.
ऐसा ही मामला बलिया प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय नूरपुर स्थित क्वांरटाइन सेंटर के सामने आया है. जिस सेंटर में रह रहे मजदूरों ने समय पर खाना नहीं मिलने के कारण जमकर हंगामा किया मजदूरों ने थाली पीट-पीटकर प्रशासनिक व्यवस्था का विरोध भी किया. क्वांरटाइन सेंटर में भर्ती मजदूरों ने बताया कि विगत 18 मई से हमलोग यहां रह रहे हैं. इस बीच एक भी दिन हरी सब्जी खाने में नहीं दी गई. प्रत्येक दिन दोनों वक्त के भोजन में आलू एवं सोयाबीन ही दी जाती है.
साथ ही मजदूरों ने बताया कि हम लोगों को दूध भी नहीं मिल रहा है. मजदूरों ने बताया कि उक्त सेंटर में साफ-सफाई का घोर अभाव है. साथ ही बिजली की व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है. प्रत्येक कमरा में पंखा नहीं होने के कारण रात्रि में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मजदूरों ने बताया कि हम लोगों का चिकित्सकीय जांच भी प्रत्येक दिन नहीं किया जाता है. ऐसी परिस्थिति में स्वस्थ मजदूर भी कोरोना से संक्रमित होने से नकारा नहीं जा सकता है.
बताया जाता है कि कोरोना वायरस में विभिन्न प्रदेशों से आने वाले हजारों मजदूर बलिया के विभिन्न पंचायतों के 17 विद्यालयों में तैयार किए गए. क्वारंटाइन सेंटर ने रह रहे हैं. गुरुवार इन सेंटरों पर रहने वाले मजदूरों की संख्या 13 सौ के करीब थी जबकि 350 मजदूरों की छुट्टी कर दी गई है. सभी सेंटरों पर भोजन सामग्री पहुंचाने की जिम्मेवारी बलिया के गल्ला व्यापारी मनोज चौधरी को मिला है. इस संबंध में मध्य विद्यालय मिर्जापुर के एचएम विनोद महतो ने बताया कि हमारे विद्यालय में बने कॉल सेंटर में कुल 51 मजदूर रह रहे हैं. इनके लिए किराना दुकानदार मनोज चौधरी के द्वारा राशन मुहैया कराई जाती है.
उन्होंने बताया कि विगत 18 मई से रह रहे हैं. इन मजदूरों के लिए एक भी दिन हरी सब्जी हमें उपलब्ध नहीं कराई गई है. साथ ही मजदूर द्वारा दूध भी मांगे जा रहे हैं. हमें दूध भी उपलब्ध नहीं हुआ है. जिससे मजदूरों के द्वारा विरोध किया जा रहा है. ज्ञात हो कि कोचिंग सेंटर में रहने वाले लोगों को राशन उपलब्ध कराने वाले व्यापारी पर कई बार पीडीएस के कालाबाजारी के चावल खरीदने का भी आरोप लगा है. जबकि इस संबंध में स्थानीय प्रशासन अभी तक मौन है. उसी को सेंटरों पर राशन सप्लाई की जिम्मेवारी भी दी गई है.
वहीं इस संबंध में अंचला अधिकारी अमृतराज बंधु ने बताया कि सभी मजदूरों को एक समान खाना दिया जाना है. उन्होंने बताया कि नूर जमापुर सेंटर पर मजदूरों को हरी सब्जी व दूध नहीं मिलने की शिकायत मिली है. जिस खाने को आज से दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि दूध की उपलब्धता नहीं होने के कारण मजदूरों को दूध नहीं मिल पा रहा था. उन्होंने बताया कि सेंटर पर हरी सब्जी देने की जिम्मेवारी किराना दुकानदार मनोज चौधरी को दी गई है. जिसके संबंध में शिक्षक को भी जानकारी दे दी गई है.
जीवेश तरुण की रिपोर्ट