द एचडी न्यूज डेस्क : लॉकडाउन के बीच बिहार विधान परिषद की 10 सीटें आज खाली हो जाएंगी. ये सभी जेडीयू के एमएलसी हैं. उनके रिटायर होते ही बिहार विधान परिषद में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन्ने जा रही है. इनमें एमएलसी राम लखन राम रमण, विजय कुमार मिश्रा, राणा गंगेश्वर सिंह, जावेद इकबाल अंसारी, शिव प्रसन्न यादव, संजय कुमार सिंह, रामवचन राय, ललन कुमार सर्राफ, रणवीर नंदन और रामचंद्र भारती आज से भूतपूर्व सदस्य हो जाएंगे.
आपको बता दें कि बिहार विधान परिषद की 12 सीटें राज्यपाल कोटे से मनोनयन से भरी जाती है. राज्यपाल का तो बस नाम होता है. सरकार जिन नामों को विधान पार्षद बनाने की सिफारिश करती है उन्हें राज्यपाल द्वारा विधान पार्षद मनोनीत कर दिया जाता है. 2014 में नीतीश कुमार ने ऐसे 12 MLC का मनोनयन कराया था. उनमें से 2 पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. बाकी बचे 10 विधान पार्षदों का कार्यकाल आज यानि 23 जून को समाप्त हो जाएगा.
फिलहाल भाजपा के 17+1 (निर्दलीय अशोक अग्रवाल भाजपा के सहयोगी सदस्य हैं). जदयू के 15, राजद के 08 +1(निर्दलीय रीतलाल यादव राजद के सहयोगी सदस्य हैं.) कांग्रेस के 02, जीतन राम मांझी की पार्टी हम के 01 और राम विलास पासवान की लोजपा के 01 सदस्य हैं.