सीतामढ़ी : बिहार में अब एक-एक करके तेजी से कोरोना घोटाले के मामले सामने आ रहे हैं. बताते चलें कि जमुई के बाद अब सीतामढ़ी में भी बड़े पैमाने पर कोरोना टेस्टिंग के नाम पर घोटाले के मामले सामने आए हैं जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. वहीं कोरोना घोटाले को लेकर राजद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते घोटाले को उजागर किया है जमकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व सांसद डॉ. अर्जुन राय ने सीएम नीतीश कुमार, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत कई पर बेहद गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बिहार में सत्ता हासिल करने के उद्देश्य से फर्जी तरीके से कोरोना के रिपोर्ट तैयार कर जनता को यह दिखलाया गया. बिहार में कोरोना कम हो रहा है जबकि सरकार का असली मकसद एक बार फिर कुर्सी पाना था. इसी कुर्सी पाने की लालच में आम लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का कार्य किया गया है. साथ ही उन्होंने कोरोना रैपिड एंटीजन कीट को बाजार में बेचने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि जब जिले के तीन प्रखंडों में तीस हजार फर्जीवाड़े किए गए हैं तो कुल 17 प्रखंडों में लगभग दो लाख लोगों के फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार किए गए होंगे. उन्होंने सीतामढ़ी सिविल सर्जन और नोडल पदाधिकारी समेत स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों और घोटाले में संलिप्त कर्मियों पर कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजने की मांग की है.
साथ ही उन्होंने कहा इतना बड़ा घोटाला बिना सिविल सर्जन और ऊंचे पद पर बैठे पदाधिकारियों के मिलीभगत से कतई सम्भव नहीं है. बताते चलें कि तीन प्रखंडों में ही 30 हजार से अधिक फर्जी मोबाइल नंबर और नाम अंकित किए हैं. हद तो तब हो गई हैं जब इस फर्जीवाड़े में सिविल सर्जन और ACMO ऑफिस के कर्मचारियों के नाम के सामने भी फर्जी मोबाइल नंबर अंकित किए गए हैं.
आनंद बिहारी सिंह की रिपोर्ट