द एचडी न्यूज डेस्क : जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से हुए मुठभेड़ के दौरान आतंकियो से लोहा लेते हुए देश के तीन जवान शहीद हो गए. शहीद हुए तीनों जवान बिहार, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के रहने वाले थे. तीनोंं जवानों में एक जवान बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले सीआरपीएफ कांस्टेबल संतोष कुमार मिश्रा थे, जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया है. उनकी शहादत पर आज पूरा बिहार गर्व कर रहा है.
सिपाही के पद पर तैनात सीआरपीएफ के जवान संतोष कुमार मिश्रा का पार्थिव शरीर आज विशेष विमान से गया हवाई अड्डा पहुंचा. गया हवाई अड्डे पर सीआरपीएफ के जवानों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा उन्हें गॉड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान सीआरपीएफ के कई अधिकारी एवं प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे. गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद उनके पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग द्वारा औरंगाबाद जिले के देवहरा स्थित उनके पैतृक गांव रवाना कर दिया गया. जहां राजकीय समारोह के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
शहीद संतोष औरंगाबाद के गोह थाना इलाके के देवहरा गांव के रहने वाले है. संतोष के शहीद होने की खबर मिलते ही गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है. शहीद जवान संतोष के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. शहीद संतोष की पत्नी और उनका एक ढाई वर्ष का पुत्र इन दिनों गांव पर ही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीद संतोष के प्रति गहरा शोक जताया है और कहा है कि शहीद की शहादत को हमारा देश हमेशा याद रखेगा. गर्व है कि बिहार के एक सपूत ने आतंकियों से लोहा लेते हुए अपनी जान गंवा दी. उनकी शहादत को बिहार हमेशा याद रखेगा.