GIRIDIH: तिसरी मे बर्खास्त डीलर का बैठक सम्पन हुआ। बैठक मे निर्णय लिया गया जब गिरिडीह जिला मे 2017 मे 216 महिला समूह के लिया आवेदन किया गया और 2020 मे सभी महिला समूह को लाइसेंस दिया गया था उस वक्त केंद्र सरकार का कहना था दो गज कि दुरी मास्क है जरूरी।
हमलोग ने अपनी जान की परवाह किये बिना कार्डधारी को राशन देने का काम किया था आज वही डी.एस.ओ ने हमलोग को कह रहा है आपलोग फर्जी ढंग से लाइसेंस बनवाया है। आज हमलोग वही डी.एस.ओ साहब से कहना चाहते हैं जिस वक़्त करोनाकाल मे घर से आदमी बाहर नही निकालता था और हमलोग राशन देने का काम किया उस वक़्त मेरा लाइसेंस सही था और आज मेरा लाइसेंस फर्जी ढंग से प्राप्त हुआ है।
आज हमलोग पूछना चाहते है डी.एस.ओ साहब से उस वक़्त आप कहा थे जब हमलोग को लाइसेंस दिया गया। डी.एस.ओ साहब ने हमलोग (महिला समूह ) से पैसा माँगा गया और गरीबी के करना पैसा नही दे पाए और हमलोग का लाइसेंस बर्तमान डी.एस.ओ के द्वारा रद्द कर दिया वही आठ डीलर (महिला समूह ) का लाइसेंस चालू है।
हम पूछना चाहते है डी.एस.ओ साहब से जिस नियमावली के तहत आठ डीलर का लाइसेंस बचा है तो हमलोग का किस नियमावली के तहत 208 को रद्द किया गया है।डी.एस.ओ साहब जब रद्द होना था तो सब का क्यों नही हुआ। डी.एस.ओ साहब को हमलोग पैसा नही दे पाए उसके एवज मे हमलोग का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।
पत्रकार के द्वारा जब डी एस वो से दूरभाष से बात किया गया तो साहब बताते है हाईकोर्ट के अलोक मे एक जाँच टीम का गठन किया गया उसी के आधार पर लाइसेंस रद्द कर दिया गया है और मुद्रा मोचन कि बात जहां तक है हमने पैसा का मांग किसे से नही किया है ना ही लिया ये सब जूठा व बेबुनीयाद बात है।
गिरिडीह तिसरी से मनोज लाल बर्णवाल की रिपोर्ट