PATNA – नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार विधान सभा के शताब्दी समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भाषण दिया था। 4 मिनट के भाषण में तेजस्वी 6 बार अटके थे। लड़खड़ाय भाषण को लेकर विपक्ष ने उन पर कई बार निशाना साधा। कुछ लोगों ने कहा कि तेजस्वी यादव तैयारी करके नहीं आए थे तो कुछ लोगों ने कहा कि तेजस्वी यादव को इस विषय की जानकारी नहीं थी। तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य अब अपने भाई के सपोर्ट में उत्तरी है। रोहणी ने ट्वीट कर तेजस्वी को डिफेंड किया है।
रोहणी आचार्या अपने ट्वीटमें लिखती है – सवाल तो ये नहीं था ,किसने रुक कर बोला ,किसने अटक कर बोला ,कौन जुमलाजीवी था या कौन टेलीप्रॉम्पटरजीवी था.. सवाल तो बिहार के विकास का था ,सवाल तो बिहार के बेरोजगार नौजवान का था ,सवाल तो कानून व्यवस्था की बिगड़ी हालात का था ,सवाल तो फिसड्डी बिहार बनाने वालों से था।
रोहणी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा – सवाल तो मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड करने वाले अस्मत के लूटेरों से था ,सवाल तो जनता के हितों के नजरअंदाज करके पत्रकारिता धर्म को नीलाम करने वाले मीडिया के बंधुओं से था.. मगर अफसोस पूरा सिस्टम ही उस नौजवान की बदनामी में लग गया और तिल को ताड़ बनाने में जुट गया.. जो सीएम न बोल सकें वो नेता प्रतिपक्ष ने बोल दिया जननायक कर्पूरी ठाकुर के लिए भारत रत्न देने की मांग कर दिया..
तेजस्वी यादव का लड़खड़ाया हुआ भाषण सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा। लोग इसपर तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे है।