PATNA: वर्ष 2018 और 2020 बैच का प्रथम और द्वितीय वर्ष की परीक्षा बीते साल नवंबर में हुआ था, चस्का रिजल्ट अभी तक प्रकाशित नहीं किया गया है। छात्रों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इसमें कोर्ट ने साफ आदेश दिया कि परीक्षा के तीन माह के अंदर रिजल्ट दिया जाना है। कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए अबतक रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया गया है।
इसके कारण बिहार सरकार के ओटी असिस्टेंट, एक्स-रे तकनीशियन आदि की वेकेंसी आई थी, 1 जिसमें छात्र शामिल नहीं हो सके। परीक्षा नियंत्रक संजय कुमार के गायब होने से एनएमसीएच बोर्ड ऑफिस का सारा काम ठप है। छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव से छात्रों का अनुरोध है कि जल्द से जल्द नया परीक्षा नियंत्रक बनाया जाए, जिससे ठप काम चालू हो सके और छात्र का रिजल्ट प्रकाशित जल्द से जल्द किया जा सके साथ ही अनियमित सेशन को नियमित मिल नहीं पाए।
करने के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाया जाए। आज सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज और पारा मेडिकल इंस्टिट्यूट के बच्चे स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव से अपनी मांगों को लेकर मिलने की कोशिश किए, लेकिन वहां सुरक्षाकर्मी द्वारा पारा मेडिकल छात्रों को खदेड़ दिया गया। इससे वे अपनी मांग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से नहीं मिल पाए। पारा मेडिकल छात्रों की समस्या है कि उनके दो साल के कोर्स को पूरा करने में पांच साल लग जाता है।
अभी पिछले साल नवंबर में एग्जाम हुआ था। चार महीने बीत जाने के बाद अब तक रिजल्ट नहीं प्रकाशित किया गया है पारा मेडिकल छात्रों को राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत 1500 रुपया प्रतिमाह पैड इंटर्नशिप अभी तक नहीं दिया जा रहा है। पारा मेडिकल काउंसिल नहीं होने के कारण छात्र दूसरे राज्य में नौकरी नहीं कर पा रहे हैं। लैब तकनीशियन, ओटी असिस्टेंट, एक्स-रे तकनीशियन आदि की वेकेंसी समय पर नहीं आती है और जो वेकेंसी आई है, उसको पूरा करने में दो साल का समय लग जाता है। अभी तक उसका काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
विदित हो कि एक मार्च को परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार लापता हो गए थे। उनकी जगह दूसरे परीक्षा नियंत्रक का अब तक नियुक्ति नहीं किया गया है। इसके कारण एनएमसीएच बोर्ड ऑफिस में सारा काम ठप और अभी तक रिजल्ट प्रकाशित और एग्जाम आदि नहीं हो पा रहा है। 2018-20 बैच के छात्र शुभम कुमार ने बताया कि उसकादो साल के कोर्स को पांच साल हो जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। 2020-22 बैच के छात्र रजनीश झा और सत्यम कुमार ने बताया कि अबतक उनसबों का फर्स्ट ईयर का परीक्षा परिणाम नही आया है, जबकि तीन साल हो गया।
2021 बैच के छात्र अभी तक फर्स्ट ईयर का परीक्षा का इंतजार कर रहे है। इधर वैशाली जिला के राजापाकर में आज से अनिशितकालीन धरना-प्रदर्शन छात्रों के द्वारा दिया जा रहा है। ट्यूटयर, डिमांस्ट्रेटर, लैक्कर, स्टाइपेंड्स, प्रैक्टिकल, सही समय पर परीक्षा हो। इन सब मुद्दो को लेकर हड़ताल जारी है।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट