मधुबनी जिले के बेनीपट्टी अनुमंडल के जरैल गाँव में संचालित गुरूकुल में सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ायी गई है. कोरोना काल में जहां सरकार ने सामूहिक पूजा अर्चना पर रोक लगा रखा है वहीं इस गुरूकुल में सारे नियमों को ताक पर रखकर कुछ लोगों ने मनमानी की और कोरोना के महामारी को बढ़ावा देने का खतरा पैदा कर दिया है.
दरअसल यहां कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए अंधविश्वास का एक खेल खेला गया जिसके तहत हवन का आयोजन किया गया. इस हवन कार्यक्रम में पूजारी के अलावा कई बच्चों ने भाग लिया. सबसे खतरनाक बात यह रही कि किसी के चेहरे पर भी मास्क नहीं दिखा. इस तरह सामूहिक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करना वह भी बिना मास्क वहां बच्चों और बुजुर्गों को इकट्ठा करना कोरोना संक्रमण के इस दौर में बीमारी को बढ़ावा देने जैसा ही है। इस कार्यक्रम में गुरूकुल के सदस्यों और पदाधिकारियों के अलावा राजद विधायक सह प्रवक्ता समीर कुमार महासेठ भी मौजूद रहे. प्रशासन को चाहिए कि ऐसे आयोजन करने वालों और वहां मौजूद लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे।