नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में पहले चरण के कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. आज तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 (COVID-19 Vaccine) के टीके की खुराक दी जाएगी. कोरोना टीकाकरण अभियान का आगाज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब वैक्सीन आ गई है और बहुत कम समय में आ गई है.
मुंबई के कूपर अस्पताल में महाराष्ट्र के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और शिवसेना नेता डॉ. दीपक सावंत और उनकी पत्नी को कोरोना का पहला टीका लगाया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आज मैं बहुत खुश और संतुष्ट हूं. हम पिछले एक साल से पीएम के नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ लड़ रहे हैं. यह वैक्सीन COVID-19 की लड़ाई में संजीवनी का काम करेगी.
एम्स, दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना की वैक्सीन ली है. दिल्ली के एम्स में एक सफाई कर्मचारी मनीष कुमार कोविड-19 वैक्सीन पाने वाला देश का पहला शख्स बन गया है. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे. देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है. इसके साथ ही एम्स, दिल्ली में देश का पहला कोरोना का टीका लग चुका है.
पीएम मोदी ने कहा है कि दवाई के साथ कड़ाई भी जरूरी है. पीएम मोदी ने कहा कि मास्क, दो गज की दूरी और साफ सफाई ये टीके के दौरान भी और बाद में भी जरूरी रहेंगे. टीका लग गया तो इसका अर्थ ये नहीं कि आप बचाव के दूसरे तरीके छोड़ दें. अब हमें नया प्रण लेना है- दवाई भी, कड़ाई भी.
पीएम मोदी ने कहा कि 30 जनवरी को भारत में कोरोना का पहला मामला मिला लेकिन इसके दो सप्ताह से भी पहले भारत एक हाई लेवल कमेटी बना चुका था. 17 जनवरी 2020 वो तारीख थी, जब भारत ने अपनी पहली एडवायजरी जारी कर दी थी. भारत दुनिया के उन पहले देशों में से था जिसने अपने एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी. जनता कर्फ्यू, कोरोना के खिलाफ हमारे समाज के संयम और अनुशासन का भी परीक्षण था, जिसमें हर देशवासी सफल हुआ. जनता कर्फ्यू ने देश को मनोवैज्ञानिक रूप से लॉकडाउन के लिए तैयार किया.