PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगामी 18 जुलाई से राजगीर में शुरू होने वाले मलमास मेला की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही जायजा के क्रम में मुख्यमंत्री ने राजगीर स्थित वैतरणी धाम घाट ब्रह्म कुंड, सरस्वती कुंड का जीर्णोद्धार, पांडू पोखर, व्यास कुंड आदि का जायजा लिया। वहीं अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वैतरणी धाम घाट पर श्रद्धालु काफी संख्या में पहुंचते हैं।
इतना ही नहीं नीतीश कुमार ने कहा वैतरणी में स्वच्छ जल के साथ-साथ घाट की साफ-सफाई का प्रबंध बेहतर रखें। मलमास मेले के दौरान आने वाले सभी श्रद्धालुओं की इच्छा होती है कि वे वैतरणी घाट आकर यहां की जो परंपरा है उसका निर्वहन करें। मलमास मेला के शुरू होने में अब समय काफी कम बचा है, इसे ध्यान में रखते हुए काम तेजी से पूर्ण करायें ताकि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि हर तीन वर्ष पर मलमास मेले का आयोजन होता है।
लेकिन कोरोना के कारण पिछली बार यह आयोजन नहीं हो सका। ब्रह्म कुंड के पास स्थित सरस्वती कुंड के जीर्णोद्धार कार्य का मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यहां पानी का फ्लो बेहतर ढंग से हो, इसका पुख्ता प्रबंध रखें, यही हमारी इच्छा है। मलमास मेले में आने वाले श्रद्धालुओं का प्रथम स्नान यहीं होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगाजल आपूर्ति योजना के माध्यम से यहां गंगाजल की आपूर्ति की जा रही है। मेला परिसर में कुछ निश्चित स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिये पेय गंगाजल उपलब्ध करायें और उन स्थानों पर यह जरूर अंकित करायें कि यह गंगाजल आपूर्ति योजना के माध्यम से पीने के लिये गंगाजल की उपलब्धता कराई गई है, इसे बेवजह बर्बाद न करें।
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस बार की स्थिति भिन्न है क्योंकि इस बार बरसात के मौसम में मेला का आयोजन होने वाला है। इसे ध्यान में रखते हुए हर प्रकार से पुख्ता इंतजाम रखें ताकि श्रद्धालुओं को सहूलियत मिल सके । इसके लिये जितने पैसे की जरूरत होगी उसका इंतजाम राज्य सरकार करायेगी।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट