मुंगेर : जिले में इन दिनों किसानों नीलगाय के आतंक से जूझना पड़ रहा है. नीलगायों का झुंड आकर खेतों में लगे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहा. ठंड के कारण किसान अपने फसलों की रखवाली में मुस्तैद नहीं हो पा रहे जिसका लाभ नीलगाय उठा रहा.
हम बात कर रहे जिले के जमालपुर प्रखंड स्थित पहाड़ की तराई में बसा गांव इंग्लिश पाटम और ईटहरी बहियार के अलावा मैदानी भागों और दियारा के किसान इन दिनों निल गया के आतंक से परेशान है. नीलगायों ने पूरे क्षेत्र में काफी उत्पाद मचा रखा है. इनके द्वारा सैकड़ों एकड़ खेतों में लगे गेहूं, सरसों, टमाटर और मटर की फसलों को सफाचट कर दिया जाता है.
किसानों ने बताया कि 15 से 30 की संख्या में रात्रि में खेतों में प्रवेश कर जाता है और फसल चरने के अलावा उसे बर्बाद भी कर देते है. इसको लेकर कई बार अधिकारियों को आवेदन भी दिया गया पर इस और और ठोस पहल नहीं हो पाया. जिस कारण किसानों में काफी आक्रोश व्याप्त है. हालांकि किसानों के द्वारा नीलगाय भगाने का देशी जुगाड़ भी लगाया जाता है. पर इससे कोई खास लाभ किसानों को नहीं हो पता है. ऐसे में किसान समझ नहीं पा रहे कि वे नीलगायों से अपने खेतों में लगे लहलहाते फसल की कैसे रक्षा करें.
मो. इम्तयाज खान की रिपोर्ट