पटना : कोरोना संक्रमण के काल में किसान आंदोलन के दौरान धरना-प्रदर्शन व जनसभा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को महंगा पड़ा है. इस सिलसिले में पटना पुलिस ने तेजस्वी यादव व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित आंदेालन में शामिल 18 प्रमुख नेताओं के खिलाफ महामारी कानून (Epidemic Disease Act) सहित अन्य धाराओं में एफआइआर (FIR) दर्ज किया है. इसपर तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार की कायर व निकम्मी सरकार ने एफआइआर दर्ज की है. अगर अगर उसमें दम हो तो गिरफ्तार करे.

ट्वीट कर सरकार से गिरफ्तार करने के लिए ललकारा
रविवार को तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सरकार से गिरफ्तार करने के लिए ललकारा है. ट्वीट में उन्हों ने लिखा है कि डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई वाली बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने पर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की है. केवल एफआइआर दर्ज करने से क्यान होगा? दम है तो गिरफ्तार भी करे. अगर सरकार ने गिरफ्तार नहीं किया तो इंतजार करने के बाद वे खुद गिरफ्तारी देंगे. लिखा कि किसानों के लिए फांसी भी चढ़ना पड़े तो वे तैयार हैं.

धरना-प्रदर्शन को ले तेजस्वीं सहित 18 पर एफआइआर
विदित हो कि शनिवार को पटना में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में किसान आंदोलन के समर्थन में पटना के गांधी मैदान में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया था. पटना जिला प्रशासन ने गांधी मैदान में आंदोलन करने की अनुमति नहीं दी थी. तेजस्वील यादव पर बगैर अनुमति गांधी मैदान में घुसकर भीड़ को संबोधित करने और कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रावधानों की अवहेलना के आरोप में एफआइआर दर्ज की गई है. उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित महागठबंधन के 18 प्रमुख नेताओं के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज की गई है.
