द एचडी न्यूज डेस्क : राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है. बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सदन के बाहर आज प्रेस कांफ्रेंस किया. मंत्री रामसूरत राय को लेकर तेजस्वी यादव ने मीडिया को संबोधित किया. तेजस्वी यादव का कहना है कि उनके पास पर्याप्त सबूत है. मंत्री रामसूरत राय के भाई का स्कूल का है. आज सभी सबूत को सदन के पटल पर रखेंगे और इंसाफ की मांग करेंगे. उन्होंने जमकर बिहार सरकार और रामसूरत राय पर हमला किया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए सरकार में 60 फीसदी मंत्री दागी है. आज इसका सबूत लेकर सदन में पहुंचे हैं. एडीआर संस्था के रिपोर्ट के अनुसार, 14 मंत्री पर गंभीर मामले दर्ज हैं. विधानसभा अध्यक्ष को सबूत के साथ देंगे. हमारा आरोप बिना तथ्य के नहीं होता है.
राजद का बिहार विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते दिखे. बिहार में दिनों पर दिन कानून व्यवस्था की खराब होती दिख रही है. जननायक कर्पूरी ठाकुर और श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की मांग कर रहे है. साथ-साथ शराबबंदी और कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन हो रहा है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंत्री राम सूरत राय के मामले में बैकफुट पर आने को तैयार नहीं हैं. मंत्री से जुड़े शराब मामले में तेजस्वी रोजाना नए सबूत पेश कर रहे हैं, जिससे मामला और विवादित होता जा रहा है. इसी क्रम में शनिवार को उन्होंने बिहार विधानसभा के बाहर सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले पीसी की, जिसमें उन्होंने कहा कि हम विधानसभा अध्यक्ष को सबूत दिखाएंगे, जिसमें ये साफ लिखा है कि स्कूल के संस्थापक मंत्री सूरत राय ही हैं.
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर के पारो विधानसभा से विधायक अशोक कुमार सिंह ने भी कहा कि स्कूल मंत्री रामसूरत राय की ही है और वो कई बार मंत्री के साथ स्कूल में जा चुके हैं. इससे ये स्पष्ट है कि हमने बिना तथ्य के कुछ नहीं कहा है.
तेजस्वी ने कहा कि जिस स्कूल कैम्पस से शराब बरामद की गई थी, उस जगह से महज कुछ ही दूरी पर शराब बरामद की गई थी. वहां, थाने का निर्माण करा दिया गया है. ऐसे में सवाल ये है कि मंत्री के भाई के स्कूल परिसर में अब तक थाने का निर्माण क्यों नहीं हुआ? उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्री जी ने सदन को झूठ बोलकर क्यों गुमराह किया? हमसे सबूत मांगा जा रहा है, काश मंत्री जी से भी मांगा जाता. खैर हमारे पास और भी कई सबूत हैं, जिनसे हम अभी स्पीकर को अवगत कराएंगे.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट