द एचडी न्यूज डेस्क : राबड़ी आवास पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस किया. तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सदन में तार-तार हुआ है. वह काला दिन के तौर पर साबित हुआ. जिस तरह से महिलाओं के साथ विधानसभा के अंदर तार-तार किया गया, साड़ी खोला गया है. पुलिसिया गुंडे विधायकों को जूते मारने का काम किया. यह किसी से छुपा हुआ नहीं है.
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि महिला विधायकों के साथ साड़ी खोलने का काम किया गया. वहीं नीतीश सरकार अधिकारियों को क्लीनचिट देने का काम किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछना चाहते हैं क्या किसी बिल का विरोध करना गलत है. सदन में कोई पहली बार तो विरोध नहीं हुआ है. हमेशा से विपक्ष किसी भी बिल पर विरोध करती है. लेकिन विरोध करना विपक्ष को इतना मंहगा पड़ेगा मैंने नहीं सोचा था. ऐसा पहली बार ऐसा हुआ कि बंदूक के नोंक पर किसी बिल को पास किया गया है. सदन के अंदर विपक्षियों को धमकाने का काम किया गया. वहीं उंगली दिखाकर तब विपक्षी पार्टी को धमकाया गया.
महागठबंधन के तमाम नेता 26 मार्च से बिहार बंद का आवाह्न किया है. बेरोजगारी और विधायकों के साथ वाला कानून के खिलाफ सहित तमाम मुद्दों को लेकर पूरे बिहार को बंद का आवाहन किया है. नेता प्रतिपक्ष यादव ने कह दिया है. शुक्रवार को महागठबंधन के नेता सड़कों पर आंदोलन करेंगे.
वीडियो को लेकर लोग लगातार तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को ट्वीट कर रहे हैं. वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने भी तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा हमला किया है. वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कह दिया कि हमको सब पता है. अभी नए-नए मिर्ची बने हैं. अब आगे हमलोग के बारे में बोलेंगे. तभी तो जदयू की तरफ से मंत्री बन पाएंगे. उनके बारे में हमको क्या कहना है. सब जानते हैं. हम उनके बारे में अगर नहीं बोलेंगे तो मंत्री कैसे भूल पाएंगे.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के ऊपर जोरदार हमला किया है. सदन के अंदर और बाहर भी कई बार किए हैं और आगे ही करते रहेंगे. तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को टपोरी कहा है. संख्या के नौ गुण पाए जाते हैं. मुख्यमंत्री को जनता ने नकार दिया है. नीतीश कुमार सदन के अंदर माफी मांगे. सदन के अंदर विधायकों को लात-भूतों से मारा और पीटा गया. विधायकों के लिए यह कितनी शर्म की बात है. पुलिस गलत तरीके से किसी को भी उठा सकती है. नीतीश सरकार के द्वारा सदन के अंदर सदन नहीं चल रही थी कुंडी चल रही थी.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट