पटना : बिहार विधानसभा में मंगलवार को जो हुआ उसकी कल्पना कभी किसी ने नहीं की थी. जिस तरह की तस्वीर विधानसभा से आई उसने लोगों को चौंका दिया. अब इस पूरे मामले में वार-पलटवार का दौर जारी है. इसी क्रम में सीएम नीतीश पर निशाना साधने के क्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कुछ ऐसा ट्वीट कर दिया, जिसने नया विवाद खड़ा कर दिया. तेजस्वी की ट्वीट की जदयू ने कड़ी शब्दों में निंदा की है.
दरअसल, विधानसभा में विधायकों खासकर महिला विधायकों के साथ पुलिस द्वारा किए गए बर्ताव से नाराज तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश कुमार को इंद्रिय रस प्राप्त हो रहा होगा जब सदन में उनके गुंडे महिला विधायकों की साड़ी उतार उनके ब्लाउज में हाथ डाल जा रहा था. मां-बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देकर बाल पकड़ कर घसीटा जा रहा था. इस शर्मनाक घटना के बाद रात्रि में ‘निर्लज्ज कुमार’ नृत्य-संगीत का आनंद उठा रहे थे.
तेजस्वी के इस ‘भद्दे’ ट्वीट पर पलटवार करते हुए जदयू ने लिखा कि सार्वजनिक जीवन में नीचता और भाषाई नग्नता की सारी हदें पार कर कौन-सा उदाहरण पेश कर रहे हो तेजस्वी यादव. तुम्हारे ट्वीट तुम्हारी मां-बहनें भी पढ़ें तो शर्म से गर्दन नीचे कर लें. अपने ‘इन्द्रिय रस ज्ञान’ से युवाओं का नेतृत्व करने चले हो? शर्म करो.
जदयू ने लिखा कि अगर पढ़ने-लिखने की थोड़ी भी आदत रही होती तो पुलिस बिल को एक बार पूरा पढ़ लेते. आडंबर रचकर बिहार और देश को भरमाने के घृणित प्रयास में कभी सफल नहीं होगे. समझदार जनता बिल पढ़ भी लेगी और समझ भी लेगी. संसदीय परंपरा को तार-तार कर ज्ञान बांटते शर्म नहीं आती?
तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि खैनी मलवाकर पुलिस अधिकारियों का मनोबल तोड़ने वाले लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव क्या जानें कि लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस को किस तरह के अधिकारों से लैस करना जरूरी है. बिल पढ़ते तो शायद कुछ समझ भी पाते.
गौरतलब है कि कल बिहार विधानसभा में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 पेश किया जाना था. लेकिन विपक्ष के विधायक इस विधेयक को काला कानून बताते हुए हंगामा करने लगे. विपक्ष ने हर मर्यादाओं को भूल कर विरोध किया. सदन में विपक्ष ने आसान का घेराव किया, तोड़फोड़ किया, विधेयक की प्रति छीनने की कोशिश की. विधानसभा सभा अध्यक्ष के कार्यलय के बाहर धरना दिया, जिसके के अतिरिक्त पुलिस बल को विधानसभा बुलाया गया, जिन्होंने विपक्ष के विधायकों को बलपूर्वक बाहर निकल दिया था.