द एचडी न्यूज डेस्क : चुनावी जनसभा को संबोधित करने से पहले एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने इस बार फिर से रोजगार के मुद्दे पर उनकर निशाना साधा है. तेजस्वी ने पूछा है कि नीतीश कुमार हमसे पूछते हैं कि रोजगार देने के लिए हम पैसे कहां से लाएंगे. और खुद ही बीजेपी का खंडन कर रहे हैं.
बीजेपी के नेता कैसे रोजगार देने की बात कर रहे थे, अब यह तो नीतीश जी ही बताएंगे. तेजस्वी ने बिहार की खराब व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा इसे चौपट बताया है. शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे बुनियादी जरूरतों के लिए भी विभागों में सीट रिक्त पड़ी हुई हैं. इन सभी जगहों पर जब भर्ती नहीं होगा तो फिर शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार कैसे होंगे. इन लोगों को तब तक भरोसा नहीं होगा, जब तक हमें एक मौका नहीं मिलेगा. इसलिए हम लोगों से एक मौका मांग रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि बेरोजगारी और मौलिक तथ्यों को दरकिनार कर अगर वो व्यक्तिगत आलोचना कर रहे तो मैं क्या कह सकता हूं. उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई कमी है तो उन्हें नेतृत्व कुशलता, नीतिगत फैसलों व वैचारिकता की आलोचना करनी चाहिए ना कि व्यक्तिगत. बिहार की 60 फीसदी आबादी यवा है इन्हें युवा का वोट चाहिए लेकिन नेता नहीं.

वहीं तेजस्वी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की खुद की उपलब्धि क्या है इन 15 सालों में. पलायन और महंगाई पर भी तो बोलना चाहिए. नीतीश कुमार ने क्रिकेट वाली बात कही थी जिसका तेजस्वी ने जवाब देते हुए कहा कि क्रिकेट आना गुनाह है क्या? प्लेयर्स के अंदर ही लीडरशिप की क्वालिटी होती है.
अमित शाह के लिए मांगी दुआ
अमित शाह के रैलियों में शामिल नहीं होने की बात पर तेजस्वी यादव ने ज्यादा टिपण्णी नहीं की. उन्होंने बस यह कहा कि मुझे पता है कि अमित शाह जी बीमार हैं. इसीलिए मैं कामना करता हूं कि गृह मंत्री जल्दी ही स्वास्थ्य हो जाएं.