द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोशल मीडिया पर कुछ ज्यादा ही एक्टिव रहते हैं. ऐसे तो तेजस्वी इन दिनों बिहार छोड़ दिल्ली के दौरे पर हैं. वहीं से ही ट्वीट के माध्यम से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि नीतीश सरकार ने विगत पांच वर्षों से एससी/एसटी वर्गों की स्कॉलरशिप बंद कर लाखों गरीब छात्रों का भविष्य बर्बाद कर दिया है. मुख्यमंत्री जी से पूछिएगा तो वह पूर्णत: अनभिज्ञता प्रकट करेंगे. बाक़ी प्रदेशों में केंद्र समर्थित यह स्कॉलरशिप कैसे मिल रही है?
सीएम नीतीश की काल-कोठरी के अधिकारी मानसिक रूप से वंचित वर्गों और उनके कल्याण संबंधित योजनाओं व उनके क्रियान्वयन के धुर-विरोधी है. अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण विभाग बिहार, छात्रवृति बांटने का नोडल विभाग है. 2017 में मेरे उपमुख्यमंत्री रहते पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मेरे अधीन था. जिसके नोडल SC/ST विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों के निर्देश पर वंचित वर्गों के छात्रों को स्कॉलरशिप देने में अड़चनें पैदा कर रहे थे.
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि मेरी पहल पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में इस संबंध में बैठक भी हुई. जिसमें सकारात्मक निर्णय लिए गए. लेकिन उसके बाद हमारे सरकार से जाते ही उन अधिकारियों का मनमाना खेल फिर शुरू हुआ. आज तक गरीब ज़रूरतमंदों छात्रों को वो छात्रवृत्तियां प्रदान नहीं की जा सकी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पॉर्टल्स संबंधित तकनीकी ज्ञान नहीं है. शायद यही कारण है कि अधिकारी उन्हें सच्चाई से रूबरू नहीं कराते और स्कॉलरशिप नहीं देने के बहाने तलाशते रहते है. हम अधिकारियों से अधिक दोषी मुख्यमंत्री को मानते है. हमारी मांग की अविलंब छात्रवृत्ति का पैसा गरीब छात्रों में बांटा जाए.