पटना : होली में जहरीली शराब से बिहार में 19 लोगों की मौत की खबर के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मामले की पक्की खबर नहीं है. वाकये के चार दिन बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि वे मामले की जानकारी ले रहे हैं. उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए पूछा है कि नीतीश कुमार कितने भोले औऱ अंजान हैं.
अभी तक जानकारी प्राप्त कर रहे मुख्यमंत्री
तेजस्वी यादव ने कहा कि चार दिन पहले जहरीली शराब पीने की वजह से प्रदेश में 19 मौतें (नवादा-12, सासाराम-5, बेगूसराय-2) हो जाती हैं, लेकिन सीएम अभी भी जानकारी ही प्राप्त कर रहे हैं. ये कितना अजीब है ना? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कल्पना करिए, सीएम की नजर में बिहार के आम नागरिकों के जीवन की क्या क़ीमत है? क्या किसी अधिकारी पर कोई कार्रवाई हुई? मृतकों के परिजन कह रहे हैं कि ज़हरीली शराब से उनकी मौत हुई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर भी यही कह रहे हैं, लेकिन प्रशासन कह रहा है कि नहीं संयोग ही ऐसा था कि एक ही दिन सभी की बीमारियों से मौत हो गई.
नीतीश पता करा रहे हैं
बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामलों में आज मीडिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा था. नीतीश कुमार ने कहा कि ये जो कुछ भी हो रहा है, इसके बारे में हमारे जो वरीय पदाधिकारीगण हैं हमने उनसे पूछा था. ये सब लोग जांच कर रहे हैं. और यहां से भी कुछ लोग गए हैं. वहां के अधिकारियों का कुछ कहना है. लेकिन फिर भी जो बात समाचार पत्रों में आ रही है. इसलिए आज से यहां की एक स्पेशल टीम गयी है. वो एक-एक चीज को देखेगी. एक-एक चीज का पता लगायेगी. औऱ, हर चीज पर जो जरूरी कार्रवाई है वह करेगी.
21 मौत से क्यों अंजान हैं नीतीश
दरअसल पूर्ण शराबबंदी के नीतीश कुमार के दावे की होली के दौरान ही पूरी तरह हवा निकल गयी. बिहार में होली के दौरान जहरीली शराब से अब तक 19 लोगों की मौत हो जाने की खबर है. शराब को लेकर लगातार दावे कर रही नीतीश सरकार और पूरा प्रशासनिक तंत्र इन मौतों को नकारने में लगा है. जहरीली शराब से सिर्फ नवादा में अब तक 15 मौत होने की खबर है. वहीं सासाराम में चार औऱ बेगूसराय में दो लोगों की मौत होने की खबर है. मरने वालों के परिजन बोल रहे हैं कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई लेकिन प्रशासन उसे सिरे से खारिज करने में लगा है.
नवादा में प्रशासन का ड्रामा
नवादा में जहरीली शराब से 15 लोगों की मौत की खबर के बाद प्रशासन लगातार मामले को रफा दफा करने में लगा है. प्रशासन शुरू से ही जहरीली शराब से मौत को नकार रहा है लेकिन सरकार ये नही बता रही है एक ही जगह पर कौन सी ऐसी आफत टूट पड़ी कि इतने सारे लोग मरे ही नहीं बल्कि कई औऱ बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हैं. नवादा के डीएम और एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दस की मौत की पुष्टि की लेकिन हालांकि शराब से मौत पर कुछ भी साफ साफ बोलने से इंकार कर दिया.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट