द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. रोज की तरह आज भी विपक्ष सरकार पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज विधानसभा कार्रवाई शुरू होते ही ग्रामीण विकास विभाग पर सदन में झूठा आंकड़ा पेश करने का दावा करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. मनरेगा को लेकर सरकार ने जो आंकड़े पेश किए हैं उसे पूरी तरह से गलत साबित कर दिया. सदन के बाहर तेजस्वी मीडिया को संबोधित किया. उनके साथ उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव भी मौजूद थे.
तेजस्वी यादव ने मनरेगा के वेबसाइट पर डाले गए डाटा का हवाला देते हुए बताया कि मंत्री सदन के भीतर गलत आंकड़ा पेश किया है. तेजस्वी ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा है कि जो भी अधिकारी आयसे गलत आंकड़े दे रहे हैं, उसपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. तेजस्वी ने बताया कि सरकार ने 62 लाख लोगों ने रोजगार मांगने की बात कही जिसमें 61 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही. 99.88 फीसदी लोगों को रोजगार देने की बात कही.
रियल टाइम आंकड़ा किया शेयर
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि बिहार में टोटल तीन करोड़ 21 लाख 76 हजार 983 वर्कर्स हैं, जिसमें मात्र 29.42 प्रतिशत यानी 94 लाख 66 हजार 019 लोग ही एक्टिव हैं. बाकियों को सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है. बिहार में पूरे देश में सबसे कम मजदूरी दर मिलता है, जो की मात्र 197.92 रुपए हैं.
तेजस्वी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 1.53 करोड़ लोगों ने सरकार से रोजगार मांगा था. लेकिन आप कह रहे हैं कि 62 लाख नौ हजार लोगों ने काम मांगा और आपने 99.81 प्रतिशत लोगों को काम दे दिया. लेकिन आपका ही रियल टाइम डाटा कह रहा है कि केवल 45 लाख 67 हज़ार लोगों को ही काम मिला. कुल दो करोड़ 36 लाख जॉब कार्ड्स हैं, जिसमें मात्र 80 लाख 88 हजार कार्ड्स ही एक्टिव हैं. यानी केवल 34.2 प्रतिशत जॉब कार्ड ही एक्टिव हैं. कुल तीन करोड़ 21 लाख 77 हजार मजदूर पंजीकृत हैं जिसमें मात्र 94 लाख 66 हज़ार वकर्स ही एक्टिव है यानि केवल 29.4 प्रतिशत एक्टिव वर्कर हैं.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट